इंडीजीनियस फैकल्टीज की मांग

रायरसन यूनिवर्सिटी बदलें अपना नाम और परिसर में लगी रायरसन के स्टैच्यू को भी हटाएं

टोरंटो। कैनेडा में ब्रिटीश कोलम्बिया स्कूल में मिलें बच्चों के कंकाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा हैं, इस मामले में इंडीजीनियस प्रौफेसरों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांग करते हुए कहा हैं कि जल्द ही रायरसन यूनिवर्सिटी का नाम बदला जाएं और यूनिवर्सिटी के परिसर में लगी एगरटन रायरसन की मूर्ति को भी हटाया जाएं, क्योंकि फिलहाल की कुछ घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि एगरटन रायरसन एक जातिवाद को बढ़ावा देने वाला व्यक्ति था और उसी के कारण कैनेडा में जातिगत भेदभाव को बढ़ावा मिला, जिसके परिणाम आज सभी के सामने हैं। इस ज्ञापन में रायरसन यूनिवर्सिटी के प्रौफेसरों ने संयुक्त रुप से हस्ताक्षर कर अपनी सहमति जाहिर करेंगे और इसे प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो तक पहुंचाएंगे। इस कार्य को करने के पीछे एक मुख्य कारण यह भी बताया जा रहा है कि इससे देश में जातिवाद को समाप्त करने में बहुत अधिक बल मिलेगा और इसके प्रति अपनी आस्था रखने वालों को भी एक उदाहरण मिल सकेगा। आज देश की कोई भी शिक्षा संस्थान बिना इंडीजीनियस छात्र के अधूरी हैं और उनके कौशल का लोहा आज देश ही नहीं अपितु पूरी दुनिया के कई अन्य देश भी मान चुके हैं, इसलिए इस प्रकार की कुरीति को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार को बड़ा कदम उठाना होगा। इस मामले पर कई अन्य प्रौफेसरस व कई गणमान्य लोग भी शामिल हैं।
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