सेना को सीमा पर विवादों से निपटने की छूट : एंटनी
सरकार ने श्याम सरन की रिपोर्ट को एकदम गलत बताया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष श्याम सरन की रिपोर्ट में चीन द्वारा 640 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूभाग के किसी हिस्से पर कब्जा करने या अपने सीमाई क्षेत्रों में भारतीयों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही गई है. इस संबंध में मीडिया में आई रिपोर्टों को लेकर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ. रक्षा मंत्री एके एंटनी को बयान देना पड़ा.
डेपसंग बल्ज पर चीन का कब्जा नहीं
रक्षा मंत्री ने इस बात को गलत बताया कि सरकार ने अपने सैनिकों को कार्रवाई न करने का निर्देश दिया है. हालात की मांग के अनुसार, सेना को सीमा क्षेत्र में विवादों से निपटने की छूट है.’ रक्षा मंत्री ने देर रात दिए स्पष्टीकरण में कहा कि कुछ समय तक भारत की पहुंच से दूर हो गए डेपसंग बल्ज पर चीन का कब्जा नहीं है. इस साल ही भारतीय सेना के गश्ती दल वहां 27 बार गए हैं.
गश्त के दौरान दोनों देशों के सैनिक अक्सर एक-दूसरे के सीमाई हिस्से में जाते हैं
इससे पहले, उन्होंने माना कि सीमा पर निर्माण नहीं करने को लेकर पूर्व में ऐतिहासिक भूल हुई जिसे अब नहीं दोहराया जाएगा. एंटनी ने कहा कि चीन को आशंका है कि सीमा पर आधारभूत संरचना के विकास के संदर्भ में भारत उससे मुकाबले का प्रयास कर रहा है. एंटनी ने संसद में आश्वासन दिया कि देश के हित सर्वोपरि हैं जिनकी सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा. रक्षामंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच स्पष्ट रूप से विभाजित सीमा रेखा नहीं है. दोनों देशों ने अपनी-अपनी ओर के भूभाग में ‘डॉटेड लाइनें’ तय कर रखी हैं जिसके दायरे में बड़ा भूभाग आता है. गश्त के दौरान दोनों देशों के सैनिक अक्सर एक-दूसरे के सीमाई हिस्से में चले जाते हैं.
Comments are closed.