यूरो 2020 फाईनल पर फुल हुए टोरंटो के पेटियोज व रेस्टॉरेंटï्स
- इंग्लैंड से रोमांचक जीत के पश्चात कैनेडा में इटली के प्रशंसकों ने जमकर किया जश्न पेटियोज व रेस्टॉरेंटस में
टोरंटो। इंग्लैंड और इटली के रोमांचक जीत से जहां इटली के प्रशंसक फूले नहीं समा रहें, वहीं इंग्लैंड में मातम पसर गया हैं। इंग्लैंड की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने एक महीने तक अपने प्रशंसकों को जश्न मनाने का भरपूर मौका दिया लेकिन यूरोपीय चैंपियनशिप के महत्वपूर्ण मैच में सबसे महत्वपूर्ण मुकाम पर चूक से उनकी खुशी जाती रही और वे निराशा के गहरे सागर में डूब गये। इंग्लैंड की टीम ने उम्मीद जतायी थी कि वह वर्षों से चली आ रही निराशा को समाप्त कर देगी। इंग्लैंड ने 1966 में विश्व कप के बाद कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीता था लेकिन इस बार जिस तरह से टीम प्रदर्शन कर रही थी उसे देखते हुए लग रहा था कि वह यूरोपीय चैंपियन बन जाएगी।
लेकिन इंग्लैंड पेनल्टी शूट आउट में फिर से मार खा गया। इटली ने उसे 3-2 से हराकर खिताब जीता। इससे पूरा इंग्लैंड गमगीन हो गया। इटली की जीत के साथ जहां उसके प्रशंसक खुशी से झूम रहे थे वहीं वेम्बले स्टेडियम की अधिकतर सीटों पर मुर्दानगी छायी थी। इंग्लैंड के प्रशंसक सिर पकड़कर बैठे थे। यही हाल बाहर सड़कों पर था। प्रशंसकों की जमकर जश्न मनाने की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गयी। सूत्रों के अनुसार लंदन के रहने वाले 19 वर्षीय साका को पेनल्टी में उनकी चूक के बाद इंग्लैंड के कई खिलाड़ियों ने गले लगाया। इंग्लैंड के कोच गेरेथ साउथगेट इससे पिछली पेनल्टी चूकने वाले जादोन सांचो के गले लगे जबकि पेनल्टी में नाकाम रहे एक अन्य खिलाड़ी मार्कस रशफोर्ड निराश होकर मैदान से बाहर चले गये। सांचो और रशफोर्ड को अतिरिक्त समय के अंतिम क्षणों में स्थानापन्न के रूप में लाया गया था। ऐसा लगता है कि पेनल्टी लेने की उनकी विशेषज्ञता के कारण यह फैसला किया गया था। निर्णायक पेनल्टी रोकने के बाद डोनारुम्मा के आंसू नहीं थम रहे थे। उनके साथी उनकी तरफ दौड़ पड़े और उन्हें अपने गले लगा दिया। इटली के प्रशंसक मदहोश थे और खिलाड़ी जोश में। इटली ने इससे पहले 1968 में यूरोपीय चैंपियनशिप जीती थी। यूरोपीय चैंपियनशिप के पिछले छह में से तीन फाइनल की तरह यह मैच भी अतिरिक्त समय तक खिंच गया। यह अप्रत्याशित नहीं था क्योंकि दोनों सेमीफाइनल भी अतिरिक्त समय तक खिंचे थे और उन मैचों में भी इन दोनों टीमों ने अपनी रक्षात्मक क्षमता का अच्छा नमूना पेश किया था।
टोरंटो में रह रहे इटली के फुटबॉल प्रेमियों का मानना है कि यह जीत अविस्मरणीय हैं, कोविड-19 महामारी के दौरान भी इस प्रकार की खुशियों से कुछ समय मन आनंदित रहता हैं, प्रशंसकों को पूरी उम्मीद थी यूरो 2020 फाइनल भी इटली ही जीतेगा जिसके पश्चात जश्न की तैयारियां पहले से ही आरंभ हो गई थी शहर के अधिकतर पेटियोज रविवार के लिए बुक कर दिए गए, प्रशंसकों ने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों के बड़े-बड़े बैनर और स्लोगन आदि के ऑर्डर भी देने आरंभ कर दिए थे। कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण अधिकतर प्रशंसक टीवी के माध्यम से घरों पर ही इस जश्न को मनाने के लिए बाध्य हैं, परंतु सेमीफाइनल में जुटी भीड़ को देखते हुए यह माना जा रहा है कि फाइनल जीत के पश्चात दृश्य कुछ अलग ही हो सकता हैं। टोरंटो के पेटियोज और रेस्टॉरेंटस के मालिकों का कहना है कि इस आर्थिक संकट काल में इस प्रकार के आयोजनों से उन्हें बहुत अधिक सहयोग मिलेगा, वे उम्मीद जता रहे हैं कि फाइनल का परिणाम जो भी हों, परंतु बुकिंग देखते हुए यह आशा है कि अगले कुछ दिनों में आउटसाईड फूड कारोबार अच्छा चलेगा।
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