कैनेडियन धावक एन्डरे डी ग्रासी ने ओलम्पिक में जीता कांस्य
- देश के चौथे पदक के साथ मार्कहम खिलाड़ी ग्रासी ने बढ़ाया देश का सम्मान
टोक्यो — 100 मीटर के पुरुषों की दौड़ में सफलता के नए आयाम स्थापित करने वाले मार्कहम निवासी एन्डरे डी ग्रासी ने दौड़ में तीसरा स्थान प्राप्त कर देश को एक और सम्मान दिलवाने में कामयाबी हासिल की। ज्ञात हो कि 26 वर्षीय यह धावक मार्कहम निवासी हैं और ओलम्पिक में इन्होंने देश को चौथा पदक दिलवाकर और अधिक गौरवान्वित कर दिया। मीडिया को दिए अपने साक्षात्कार में ग्रासी ने बताया कि मैनें अपनी तरफ से बहुत कोशिश की, परंतु मुझे कुछ प्रयास और करने चाहिए थे, तभी मुझे प्रथम पुरस्कार मिलता। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले ओलम्पिक में वह अवश्य ही गोल्ड को अपना लक्ष्य बनाएंगे और उसे जीतकर देश का गौरव शिखर तक पहुंचाएंगे। ग्रासी ने यह भी बताया कि उनका लक्ष्या प्रारंभ से ही गोल्ड पर था, परंतु कब उनकी स्पीड कम हो गई इसका अंदाजा भी नही था, जिसके लिए उन्होंने खेल प्रेमियों से क्षमा प्रार्थना भी की। ग्रासी ने अपनी स्पीड पर हैरानी जताते हुए बताया कि वर्ष 2019 में उनकी स्पीड 9.90 सेट थी परंतु इस बार उनकी स्पीड 9.98 तक आंकी गई जिससे उनका स्थान पहले से नीचे चला गया। ज्ञात हो कि कैनेडा ने पिछले ओलम्पिक में 13 पदक जीते थे, परंतु इस बार उनका उत्साह कम नहीं हो सकता। इसलिए यह माना जा रहा है कि कैनेडियन खिलाड़ी पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन करेंगे। जिसके लिए भरपूर तैयारियां करते हुए धावक का मानना है कि इस बार वे कैनेडियन खेलप्रेमियों को निराश नहीं करेंगे और पिछले ओलम्पिक से अधिक पदक जीतकर पूरी दुनिया में अपनी जीत पताका फहराएंगे। अपनी आपबीती बताते हुए ग्रासी ने बताया कि उनके पिता कैनेडियन सेना में काम करते थे। परंतु उनकी मां इटली की थी और शादी के कुछ दिनों पश्चात ही उन्हें पता लगा कि उनके पति का तबादला दक्षिण कोरिया में कर दिया गया, दक्षिण कोरिया में इतने वर्ष रहने के पश्चात वे कैनेडा लौट आएं और सभी प्रकार की वैश्विक प्रतियोगिताओं के लिए यह हरदम तैयार हैं।
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