अमेरिका के अफगानिस्तान से हटने के बाद पाकिस्तान की सीमाओं पर कड़ी नजर
औटवा। कैनेडा के सामाजिक ग्रुपस का कहना है कि तालिबान के लड़ाके अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक पहुंच गए, पाकिस्तान की अफगानिस्तान के साथ लगती तोरखम सीमा पर तालिबान का कब्जा हो गया है। इसके बाद पाकिस्तान ने इस सीमा नाके को बंद कर दिया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने बताया कि तोरखम सीमा को बंद करने का निर्णय सीमा पार एक असाधारण स्थिति के कारण लिया गया। तालिबान के हमले के बाद अफगानिस्तान में स्थिति दिन पर दिन हाथ से निकलती जा रही है।
इस घटना को देखकर पाकिस्तान भी सावधान हो गया है, पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने बताया कि अफगान पुलिस ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद सीमा को बंद कर दिया गया। पाकिस्तान सीमा बंद : शेख राशिद अहमद ने बताया कि अफगानिस्तान के साथ लगती चमन सीमा खुली है। पाकिस्तान पहले ही कह चुका है कि वह युद्धग्रस्त देश में संकट के मद्देनजर नए अफगान शरणार्थियों का बोझ नहीं सह सकता, पाकिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा करने वाला है। उसने कहा है कि सीमा पार आतंकवादियों का आवागमन रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
पाकिस्तान के पू्र्व सीनेटर ने लगाया आरोप : पाकिस्तान के पू्र्व सीनेटर ने अपने ही देश पर तालिबान का साथ देने का आरोप लगाया है, आवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के सदस्य अफरसियब खट्टक ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘पाकिस्तान तालिबान के कब्जे से बेहद खुश है, वह तालिबान को पूरी तरह सहयोग दे रहा है, तालिबान एक तरह से अफगानिस्तान में पाकिस्तान की रणनीतिक नीति का उपकरण है।
पाक रेंजरों ने की थी गोलीबारी : तालिबान के जुल्म से परेशान होकर भाग रहे अफगान नागरिकों के हालात को देखकर भी पाकिस्तान का दिल नहीं पसीज रहा है, पाक रेंजरों ने आज चमन बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान में दाखिल होने की कोशिश कर रहे सैकड़ों अफगान शरणार्थियों की भीड़ पर गोलीबारी की है. तालिबान ने इस बॉर्डर पोस्ट को अपने कब्जे में लेने के बाद से ही बंद कर रखा है, पहले इस बॉर्डर से हर दिन हजारों की संख्या में लोग अफगानिस्तान के स्पिन बोल्डक से पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आते जाते थे।
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