कोवरीग, स्पावोर के समर्थकों ने निकाला मार्च
- इन समर्थकों का कहना था कि कैनेडियन कैदियां को रिहा करने के लिए चीन पर दबाव बनाएं सरकार
औटवा। माईकल कोवरीग और माईकल स्पावोर को चीन की कैद में रखे आज 1000 दिन बीत जाने के पश्चात भी कोई भी कार्यवाही नहीं होने के कारण संबंधित समर्थकों ने इसके विरोध में मार्च निकाला, इन प्रदर्शनकारियों का कहना था कि दोनों कैदियों की रिहाई पर कैनेडियन सरकार वैश्विक मंच द्वारा चीन पर अपना दबाव बनाएं जिससे इनकी रिहाई हो सके।
ज्ञात हो कि पिछले माह चीन ने स्पष्ट तौर पर एक कैदी को सजा सुनाते हुए उसकी रिहाई के सभी मार्ग बंद कर दिए थे। चीनी दूतावास के सामने किए गए इस प्रदर्शन के दौरान माईकल स्पावोर के भाई पॉल स्पावोर ने पत्रकारों को बताया कि प्रतिदिन उसका भाई जेल में कई घंटों तक पैदल घूमता हैं जिससे वह मानसिक व शारिरीक रुप से स्वस्थ्य रहें, इससे यह प्रतीत हो रहा हैं कि वह कितने गहरे विषाद में हैं और जल्द ही उसकी रिहाई सुनिश्चित नहीं की गई तो उसके ऊपर गहरा प्रभाव पड़ सकता हैं। इस प्रदर्शन में लगभग 150 लोगों ने भाग लिया जो दोनों कैदियों की जल्द से जल्द रिहाई की मांग कर रहे थे। रविवार को आयोजित इस प्रदर्शन में लोगों ने हाथों में बैनर पकड़ रखा था, जिसमें ”हैश ब्रींग देम होम” लिखा था, जिसका अर्थ है कि घर वापसी। इस प्रदर्शन को शांत करने के लिए चीनी दूतावास ने एक संदेश देकर प्रदर्शनकारियों को कहा कि वे भी नहीं चाहते कि दोनों देशों के मध्य कोई भी तनाव बढ़े, इसलिए वे स्वयं भी प्रयास करेंगे कि इन कैदियों की रिहाई में कोई उचित कार्यवाही हो सके।
इस प्रकार का प्रदर्शन केवल कैनेडा में ही नहीं अपितु दुनिया के अन्य कई देशों में भी रह रहे कैनेडियन नागरिकों द्वारा किया जा रहा हैं जिससे दोनों माईकलों की रिहाई को सुनिश्चित किया जा सके, गौरतलब है कि चीन द्वारा इस प्रकार से बिना किसी वारंट निकाले गिरफ्तार किए गए कैनेडियन नागरिकों को इंसाफ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। चीन की एक अन्य अदालत ने मंगलवार को एक तीसरे कैनेडियन नागरिक की अपील भी खारिज कर दी जिसकी मादक पदार्थ के एक मामले जेल की सजा को कार्यकारी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद ”जीवन पर्यन्त उम्रकैद” में बदल दिया गया। बीजिंग से 340 किलोमीटर पूर्व में दांडोंग शहर में सुनवाई के दौरान कैनेडियन राजदूत डोमिनिक बार्टन अदालत में मौजूद थे। कैनेडा के पूर्व राजदूत माइकल कोवरिग के मुकदमे की तारीख के बारे में अभी कुछ नहीं कहा गया है। इन्हें भी दिसंबर 2018 में गिरफ्तार किया गया था और इन पर जासूसी के आरोप लगाए गए थे।
हुवावै टेक्नोलॉजीस लिमिटेड की मुख्य वित्तीय अधिकारी और कंपनी के संस्थापक की बेटी मेंग को एक दिसंबर 2018 को वैंकूवर में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिका ने उन पर व्यापार प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए ईरान के साथ संभावित लेनदेन को लेकर ब्रिटिश बैंक एचएसबीसी की हांगकांग शाखा से झूठ बोलने का आरोप लगाया था। मेंग के वकीलों ने दलील की कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वे कनाडा में अपराध नहीं हैं। चीनी सरकार ने इस गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए इसे उसके प्रौद्योगिकी विकास को बाधित करने की अमेरिका की कोशिशें बताया। बीजिंग लगातार मेंग को फौरन रिहा करने की मांग करता रहा है। मेंग और स्पावोर तथा कोवरिग की गिरफ्तारियों के बीच सीधा कोई संबंध होने से इनकार करते हुए चीनी अधिकारी और सरकारी मीडिया बार-बार यह कहते रहे हैं कि इन दोनों लोगों का भविष्य इस पर निर्भर करेगा कि मेंग को चीन लौटने दिया जाता है या नहीं।
ज्ञात हो कि मंगलवार को चीन की अदालत ने मादक पदार्थ मामले में सजा के खिलाफ कैनेडियन नागरिक की अपील को खारिज कर दिया। हुवावै की एक अधिकारी को कैनेडा के वैंकुवर में हिरासत में लिए जाने के बाद इस व्यक्ति की सजा को मृत्युदंड में बदल दिया गया था। रॉबर्ट शेलेनबर्ग को मादक पदार्थ की तस्करी के जुर्म में नवंबर 2018 में सजा सुनायी गई थी। हुवावै की मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) मेंग वानझोऊ की रिहाई के लिए कैनेडा पर दबाव बनाने के प्रयासों के तहत चीन सरकार ने जनवरी 2019 में शेलेनबर्ग की सजा को अचानक मृत्युदंड में बदल दिया। वानझोऊ पर ईरान के साथ संभावित कारोबारी सौदे को लेकर अमेरिका द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था। लियाओनिंग प्रांत की एक अदालत ने शेलेनबर्ग की अपील को खारिज कर दिया और एक बयान में कहा कि यह सजा बिल्कुल उचित है और निचली अदालत ने सभी कानूनी प्रक्रिया का पालन किया। मामले को पुनर्विचार के लिए चीनी सुप्रीम कोर्ट के पास भेजा गया है।
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