प्रचार के अंतिम क्षणों में भी सीपीसी और लिबरल्स में रहेगा कड़ा मुकाबला
औटवा। इस बार के चुनावों में यह माना जा रहा है कि देश की दो प्रमुख पार्टियां ही मैदान में हैं, जोकि जस्टीन ट्रुडो की लिबरलस और ईरीन ओटूले की प्रोगरेसीव कंसरवेटिवस पार्टी हैं। लेजर द्वारा किए गए सर्वे में इस बात का अनुमान लगाया जा रहा है कि अंतिम मतगणना तक यह भ्रांति बन सकती हैं कि इस बार आम चुनाव किस पार्टी के पक्ष में गए ताजा सर्वे में दोनों प्रमुख पार्टियों को 32 प्रतिशत वोट मिलने से यह आशंका लगाई जा रही हैं कि इस बार की टक्कर कांटे की होगी।
वहीं एनडीपी को 20 प्रतिशत पर ही संतुष्टि करनी होगी। वहीं इस सर्वे रिपोर्ट की तुलनात्मक आंकड़ें निकाले तो 31 प्रतिशत मतदान कंसरवेटिवस के पक्ष में तथा 30 प्रतिशत लिबरलस के पक्ष में जाने की संभावना बताई जा रही हैं वहीं एनडीपी के पक्ष में अधिकतम 24 प्रतिशत मतदान की आशा जताई जा रही हैं।
ट्रुडो ने अपने अंतिम प्रचार अभियान में ओटूले पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि वे इन चुनावों में ओटूले उनके ऊपर निजी टिप्पणियों द्वारा हमला कर रहे हैं जोकि बिल्कुल गलत हैं। पिछले दिनों एक सभा में ट्रुडो का अपमान होने पर भी उन्होंने अपनी पार्टी को एंटी-वैक्सर प्रदर्शनकारियों के आगे झुकने से साफ मना कर दिया।
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