ट्रूथ एंड रिकॉन्सीलिएशन डे पर ट्रुडो ने टॉफिनों में मांगी ‘निजी माफी’
औटवा। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ब्रिटीश कोलम्बिया फर्स्ट नेशन के प्रमुख से प्राईवेट अपॉलोजी मांगी। उन्होंने अपने संदेश में माना कि फर्स्ट नेशन समुदाय के साथ पूर्व में बहुत अधिक उदासीन रवैया अपनाया गया जिसका उन्हें सदैव खेद रहेंगा। ज्ञात हो कि ट्रुडो 30 सितम्बर को आयोजित समारोह में भाग लेने के स्थान पर उन्होंने फर्स्ट नेशन प्रमुख के परिवार के साथ अपना समय बिताया। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने गत दिनों कोलम्बिया में मिले 200 अचिन्हित कब्रों पर भी अपनी संवेदना जताते हुए कहा कि यह सब देखना बहुत अधिक कष्टदायी हैं, ये कब्रें पूर्व आवासीय स्कूल में मिली थी जिसकी जांच अभी भी चल रही हैं।
द नेटिव वूमेनस एसोसीएशन ऑफ कैनेडा की प्रमुख लायने ग्राउलस ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस दिवस पर ”प्राईवेट अपॉलोजी” मांगना उचित था, परंतु उन्हें कुछ और संदेश भी जारी करने चाहिए थे, जोकि संबंधित समुदायों को प्रोत्साहित करता। उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में केवल एक परिवार या समुदाय के बच्चों के साथ अपराध नहीं हुआ था बल्कि देश के बहुत से ऐसे आदिवासी परिवारों के बच्चे रहे होंगे जिनके साथ यह दुष्कृत्य हुआ, इसलिए प्रधानमंत्री को अपने संदेश में सभी समुदायों को अग्रणी रखना चाहिए था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो गत गुरुवार से ही ब्रिटीश कोलम्बिया में हैं और रविवार को टॉफिनो पहुंचने पर उन्होंने यह संदेश जारी किया। सूत्रां के अनुसार 30 सितम्बर को जारी उनके संदेश के विस्तृत नहीं होने के कारण संबंधित समुदायों में रोष हैं और उनका मानना है कि प्रधानमंत्री भी उदासीन रवैया अपना रहे हैं जोकि गलत हैं, प्रधानमंत्री के इस व्यवहार के लिए उन्हें भविष्य में जनता का विरोध भी सहना पड़ सकता हैं। ज्ञात हो कि हाऊस ऑफ कोमनस में भी गत जून में ही इस निर्णय को सर्वसम्मति से पारित कर दिया था कि आगामी 30 सितम्बर को पूरे देश में इस दिन को धूमधाम से मनाया जाएगा, इसे कैनेडा में ओरेंज शर्ट डे के नाम से भी जाना जाता हैं।
इस दिवस पर संबंधित तैयारियों के लिए ट्रूथ एंड रिकॉन्सीलेशन कमीशन ने संबंधित तैयारियों के लिए आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें भी इसके कार्यों में जुट गई हैं जिसके लिए उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को मदद के लिए कार्यरत होने के निर्देश जारी किए हैं। यद्यपि, अल्बर्टा सरकार ने आगामी 30 सितम्बर को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने से मना कर दिया हैं, इसके साथ-साथ उन्होंने अपने कर्मचारियों को यह निर्देश भी जारी किए हैं कि वे इस दिन अपने-अपने कार्यों पर यथा समय पहुंचे। जिसके लिए कुछ कर्मचारी यूनियनों ने अपना रोष भी व्यक्त किया हैं।
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