थ्रोन स्पीच में बोले प्रधानमंत्री – महंगाई को काबू में रखते हुए करना होगा विकास
Prime Minister said in Throne Speech - Development will have to be done keeping inflation under control
औटवा। केंद्र सरकार इस बार दुविधा में है कि देश के विकास के लिए महंगाई को कैसे काबू में करें? प्रधानमंत्री ने मंगलवार को दिए संसद सत्र के आरंभ में अपनी थ्रोन स्पीच में माना कि कोविड-19 की रिकवरी के लिए आर्थिक विकास बहुत अधिक आवश्यक हैं, तभी पूरा देश इस महामारी काल से उबर सकेगा। परंतु इसके लिए महंगाई को भी काबू में रखना होगा अन्यथा इसका प्रभाव देश के प्रत्येक वर्ग पर पड़ेगा। उन्होंने यह भी माना कि गत अक्टूबर में देश की मंहगाई दर पिछले 18 वर्षों में सबसे ऊपर हो गई हैं, जिसे संतुलित करना अनिवार्य हो गया हैं।
प्रमुख रुप से ईंधन और ग्रोसरी के दामों में अत्यधिक वृद्धि चिंता का कारण बन गई हैं। उन्होंने यह भी माना कि इस समय पूरी दुनिया के सभी देश महंगाई की मार झेल रहे हैं और अपने-अपने स्तर पर इसे संतुलित करने का प्रयास कर रहे हैं, सरकार ने अपनी भावी योजनाओं में स्वीकारा कि सबसे पहले देश के व्यापार को बचाने की आवश्यकता हैं जिसके लिए उन व्यापारियों को वित्तीय लाभ दिया जाएं जो कोविड-19 महामारी काल में सबसे अधिक प्रभावित हुए।
इस बार भी अल्पमत की लिबरल सरकार ने साथी पार्टियों के समर्थन में अपनी तीसरी पारी की शुरुआत करते हुए देश हित को सबसे पहले बताया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि इस बार लिबरल अपने सभी चुनावी वादों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी और इसके लिए उन्हें अन्य इच्छुक पार्टियों का सहयोग चाहिए। वित्तमंत्री क्रिस्टीया फ्रीलैंड ने बताया कि सरकार की आगामी योजनाओं में पर्यटन और रेस्टोरेंटस उद्योग को प्रोत्साहित करने के कई प्रस्ताव पेश किए जाएंगे जिससे भविष्य में इन उद्योगों को और अधिक विकसित किया जा सके और इनकी मदद से देश की आर्थिक दशा को भी सुधारा जा सके।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों बिजनेस काउन्सिल ऑफ कैनेडा के सीईओ और अध्यक्ष गोल्डी हैदर ने अपने विचार दिए जिसमें उन्होंने माना कि प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने गत 10 महीनों में अमेरिका के साथ उलझते अपने रिश्तों को सुधारने के लिए कई कठोर निर्णय लिए, जिसमें से सबसे बड़ी घोषणा कीस्टोन एक्सएल पाइपलाईन परियोजना का स्थगन हैं। उन्होंने यह भी माना कि डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में कैनेडा के साथ बिगड़े रिश्ते को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री ने कई मामलों पर अपनी गहन राजनीति का परिचय देते हुए नियंत्रात्मक निर्णय लिए, जिसका लाभ आगामी सप्ताह में ट्रुडो की अमेरिका यात्रा में दिख सकता हैं। सीमाओं को खोलने की घोषणा और व्यापार को पुन: संचालित करने के बाद दोनों देशों में पुन: वहीं रिश्ता बन सकता हैं जो ट्रम्प कार्यकाल से पूर्व स्थापित था।
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