औटवा। एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने माना कि संसद की कार्यवाही को सुचारु करने के लिए गठबंधन की पार्टियों को मिलचुकर कार्य करना होगा, तभी इस सांझा सरकार को बचाया जा सकता हैं, उन्होंने अपने संदेश में स्पष्ट कहा कि प्रमुख विपक्षी पार्टी प्रोगरेसवी कंजरवेटिस उनकी पार्टी के कार्यां में अवश्य ही अवरोध उत्पन्न करेगें। इसलिए उन्होंने अपील करते हुए अन्य गठबंधन को समर्थन देने वाली पार्टियों से कहा कि आगामी दिनों में संसदीय कार्यवाही को सुचारु करने के लिए यह आवश्यक है कि सभी सांसदों व नेताओं के मध्य आपसी ताल-मेल बना रहें और इसी प्रेम के कारण कोई अन्य विपक्षी दल भी आपके कार्य को ही उचित ठहराते हुए पूरा सहयोग करेगा।
आगामी संसद पत्र में प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में माना कि पिछले दो सत्र में हमारी सरकार को उचित समर्थन नहीं मिलने के कारण कोई भी बड़ा बिल पारित नहीं करवा सकीं, इसलिए पिछले सत्र में बिना किसी बड़ी योजना के पारित होएं समाप्त हो गएं। अपितु सरकार भी केवल उन्हीं लोगों से अपना समर्थन मांगती हैं, जिनके समर्थन के पश्चात संसद में और किसी पार्टी के समर्थन की आवश्यकता न हो। इस सत्र में प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि यदि देश में वैक्सीनेशन की स्पीड इसी प्रकार से चलती रही तो जल्द ही पूरा देश वैक्सीनेट्ड होकर पूरी दुनिया का ऐसा पहला देश बन जाएंगा जहां सबसे पहले सभी लोग वैक्सीनेट्ड हुए।
उन्होंने इस बात पर भी आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे पता है कि कंसरवेटिव अवश्य ही सभी प्रकार की कार्यवाहियों में अड़चन ड़ालने का प्रयास करेंगी, इसलिए यदि हमारा गठबंधन मजबूत होगा तो अवश्य ही सभी बिल पारित होंगे और भविष्य में लाभ देने वाली सभी योजनाओं का प्रारंभ भी खुलकर हो सकेगा। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी आशा व्यक्त करते हुए कहा कि दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन नीतियों के अंतर्गत कार्य करने का अनुभव बहुत ही प्रभावशाली हैं जिसके लिए अन्य पार्टियों को भी सही का चयन करना होगा तभी उनकी स्वयं की समृद्धि और देश की प्रगति को साकार कर सकेंगे। ज्ञात हो कि सोमवार से छ: सप्ताह के अवकाश के पश्चात संसद सत्र आरंभ होने जा रहा हैं। परंतु देश में चल रहे वैक्सीन प्रतिबंधों के कारण अभी तक ट्रुडो ने इस बारे में कोई भी जवाब नहीं दिया हैं।
उन्होंने कहा कि विरोध करने वालों की संख्या बहुत कम हैं जबकि देश में वैक्सीनेशन के समर्थन में बहुत से लोग रजामंद हैं इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं और जल्द ही इन नाराज लोगों को भी समझा लिया जाएंगा, यदि सभी अन्य पार्टियां मिलकर कार्य करें तो अवश्य ही इसमें सफलता प्राप्त कर लेगी। क्रिसमस से पूर्व आयोजित संसद सत्र में सरकार ने तीन बिल पारित किए थे और अब यह माना जा रहा हैं कि वर्तमान सत्र में भी सरकार कई परियोजनाओं पर विचार कर रही हैं।
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