Toronto News : सांस संबंधी बीमार बच्चों के ईलाज में मदद करेगा कैनेडियन रैड क्रॉस
Canadian Red Cross will help in the treatment of children with respiratory diseases
Toronto News : टोरंटो। कैनेडियन रैड क्रॉस ने अपने ताजा बयान में कहा कि वे जल्द ही कैनेडा के प्रख्यात बच्चों के अस्पताल सीएचईओ को सांस संबंधी बीमार बच्चों के ईलाज में मदद करेंगा। पिछले दिनों जारी एक समाचार में यह माना गया कि देश में इन दिनों अस्पताल कर्मियों की कमी के कारण इनके प्रबंधन में भारी संकट उत्पन्न हो रहा है, जिस कारण से कैनेडियन रैड क्रॉस की एक टीम इस अस्पताल में जाकर डॉक्टरस व अन्य स्टाफ की सहायता करेंगे।
canadian red cross : ज्ञात हो कि यह अस्पताल देश में बच्चों और युवाओं के ईलाज का एक बहुत बड़ा स्त्रोत हैं और जानकारों का यह भी मानना है कि इसकी व्यवस्था बनाएं रखना अत्यंत आवश्यक हैं, जिसे देखते हुए कैनडियन रैड क्रॉस ने यह बड़ी घोषणा की। रैड क्रॉस के प्रवक्ता लीयानी मुशैलमन ने मीडिया को बताया कि जल्द ही एक छोटी टीम इस अस्पताल में अपने कार्य पर लग जाएंगी , फिलहाल उन्होंने अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि यह सेवा कब से आरंभ होगी। उन्होंने यह भी बताया कि सीएचईओ की टीम के साथ मिलकर यह स्टाफ कर्मचारियों की कमी को पूरा करने का प्रयास करेंगे और मौजूदा समस्याओं को हल करेंगे।
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उनके अनुसार सबसे पहले गंभीर बच्चों के ईलाज में सहयोग किया जाएंगा। ज्ञात हो कि देश की बड़ी दवा कंपनियां जैसे सानीस हैल्थ, अपॉटेक्स, जीएसके और टेवा कैनेडा आदि कंपनियों ने कुछ एंटीबायोटिक दवाओं के निर्माण में कमी की बात को स्वीकारा हैं, उनके अनुसार यदि भविष्य में इससे संबंधित मरीजों की संख्या में वृद्धि होती हैं तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। इसके अलावा डॉक्टरों और अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों से यह विचार-विमर्श किया जा रहा है कि यदि इन दवााओं के अलावा कुछ अन्य दवााओं को प्रयोग में किया जाएं तो उसका प्रभाव क्या होगा।
वहीं हैल्थ कैनेडा द्वारा सोमवार को मौजूदा संकट से बचने के लिए तुरंत एक्शन लेने के लिए भी रिपोर्टिंग करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं जिससे वास्तविक स्थिति का जायजा लिया जा सके। हैल्थ कैनेडा ने माना कि इस समय देश के बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति कोई भी लापरवाही नहीं बरती जा सकती, इसलिए संकट की गंभीरता को समझते हुए आगो की योजनाओं को तैयार किया जा रहा हैं।
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