Jan Aushadhi Diwas : केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू (Union Law and Justice Minister Kiren Rijiju) ने जन औषधि दिवस के समापन दिवस समारोह की शुरुआत करने के लिए आज शास्त्री भवन, नई दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग; उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल, औषधि विभाग के संयुक्त सचिव राजेश तिंगल और पीएमबीआई के सीईओ पार्थ गौतम शर्मा भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने जन औषधि जन चेतना अभियान के समारोह की शुरुआत करने के क्रम में नई दिल्ली में जन औषधि रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम के साथ, देश भर में 5वें जन औषधि समारोह की शुरुआत हुई।जन औषधि दिवस, 2023 का तीसरा दिन देश भर में ‘जन औषधि – एक कदम मातृ शक्ति की ओर’ के रूप में मनाया गया। सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 34 स्थानों पर जन औषधि केंद्रों में बड़ी संख्या में महिला लाभार्थियों ने भाग लिया, जहां महिला जनप्रतिनिधियों, महिला डॉक्टरों, गैर सरकारी संगठनों की उपस्थिति में उनसे बातचीत की गई और जन औषधि दवाओं के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी साझा की गई। मासिक धर्म स्वास्थ्य के बारे में विशेष चर्चा हुई।
निर्धारित स्थानों पर 3500 से अधिक महिलाओं को महिला केंद्रित उत्पादों वाले किट वितरित किए गए। जन औषधि दिवस, 2023 का चौथा दिन ‘बाल मित्र दिवस’ के रूप में मनाया गया। 5वें जन औषधि दिवस के अवसर पर, फार्मास्युटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (पीएमबीआई) ने पूरे देश में सप्ताह भर चलने वाले समारोह का आयोजन किया। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के चौथे दिन के कार्यक्रम बच्चों को समर्पित थे।
केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री @KirenRijiju ने कल 'जन औषधि दिवस' के समापन दिवस समारोह की शुरुआत की
विवरणः https://t.co/0dcv15iXI7 pic.twitter.com/Mjv2dqmMsA
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) March 8, 2023
जन औषधि दिवस, 2023 के पांचवें दिन पूरे देश में ‘जन औषधि-जन आरोग्य मेला’ (स्वास्थ्य शिविर) और हेरिटेज वॉक (हेल्थ वॉक विरासत के साथ) आयोजित किए गए। जन औषधि दिवस, 2023 का छठा दिन आज “आओ जन औषधि मित्र बनें” के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर, बड़ी संख्या में लोगों ने जेनेरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए मायगव प्लेटफॉर्म पर डिजिटल रूप से ‘जन औषधि शपथ’ ली।
सभी को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के औषध विभाग द्वारा प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) शुरू की गई थी। इस योजना के तहत, जेनरिक दवाएं प्रदान करने के लिए जनऔषधि केंद्र के रूप में समर्पित आउटलेट खोले गए हैं। देश के प्रत्येक जिले में कम से कम एक जन औषधि स्टोर होने के उद्देश्य से जन औषधि योजना की शुरुआत नवंबर, 2008 में की गई थी।
News Source Credit : Naidunia New
Comments are closed.