भारत को अमेरिका के सहयोग की जरूरत : मनमोहन
वाशिंगटन – राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के लिए दो दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को यहां पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत को अमेरिका के सहयोग की जरूरत है क्योंकि वह विकास कार्यक्रमों पर अतिरिक्त जोर देता है। मनमोहन सिंह कल व्हाइट हाउस में ओबामा से मुलाकात करेंगे। अमेरिका को महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बताते हुए सिंह ने कहा कि ओबामा के शासन के दौरान हमने अनेक तरीके से इस साझेदारी को व्यापक और विस्तृत करने के लिए कई कदम उठाये हैं।प्रधानमंत्री ने एंड्रूज एयर फोर्स बेस पर अपने आगमन के तत्काल बाद संवाददाताओं से कहा कि इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष प्रगति की समीक्षा करेंगे और यह भी देखेंगे कि इस साझेदारी में और तत्वों को जोडऩे के लिए आगे क्या किया जा सकता है। प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी गुरशरण कौर की अगवानी एंड्रूज एयर फोर्स बेस पर कार्यवाहक प्रोटोकॉल उप प्रमुख रोसमैरी पॉली ने की। सिंह और ओबामा रक्षा, आर्थिक और क्षेत्रीय मुद्दों पर ध्यान देते हुए अनेक विषयों पर चर्चा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों में से एक है। वह भारत के विकास के लिए निवेश और तकनीकी समर्थन देने वाला भी महत्वपूर्ण देश है और हमारे विकास कार्यक्रमों पर और जोर देने के लिए हमें अमेरिका की मदद की जरूरत है। सिंह ने कहा कि ओबामा से मुलाकात के दौरान दोनों पक्ष अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति और खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय आर्थिक स्थिति, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया, और इन सभी क्षेत्रों में हालात की भी समीक्षा करेंगे। सिंह ने कहा कि हम उन तरीकों पर बातचीत करेंगे जिसमें भारत और अमेरिका दूसरे पक्ष की चिंताओं को लेकर एक दूसरे को सूचित कर सकते हैं। सिंह के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और विदेश सचिव सुजाता सिंह भी हैं। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद बाद में न्यूयॉर्क में उनके साथ शामिल होंगे। व्हाइट हाउस ने कहा कि ओबामा कल ओवल ऑफिस में सिंह से मुलाकात को लेकर आशान्वित हैं। बैठक के बाद दोनों नेता एक संक्षिप्त मीडिया वार्ता में संयुक्त बयान जारी करेंगे। ओबामा इसके बाद सिंह को दोपहर की दावत देंगे। प्रथम अमेरिकी महिला मिशेल ओबामा व्हाइट हाउस में गुरशरण कौर के लिए एक निजी चाय पार्टी का आयोजन करेंगी। यात्रा से पहले व्हाइट हाउस ने भारत-अमेरिका के रिश्तों को बदलने में सिंह की भूमिका की सराहना की। ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सिंह की यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के रिश्तों के इस बदलाव के दशक को झलकाना और रणनीतिक साझेदारी के लिए सरकार के नेताओं की प्रतिबद्धता को दर्शाना है। अधिकारी ने कहा कि इसका उद्देश्य अगली सदी में आगे बढऩे के लिए रास्ता तैयार करना भी है। सिंह वाशिंगटन में ओबामा से मुलाकात के तत्काल बाद न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो जाएंगे। न्यूयॉर्क में वह शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र को संबोधित करेंगे और 29 सितंबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर सकते हैं। उनका सोमवार को भारत वापसी का कार्यक्रम है।
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