साइबर सुरक्षा पर भारत के साथ मिलकर कार्य करने को उत्सुक है कैनेडा

icologoटोरंटो-कैनेडा  भारत की कार्यशक्ति को प्रशिक्षण देकर साइबर सुरक्षा पर उसके साथ सहयोग करने को तैयार है। कैनेडा  के उचायुक्त स्टीवर्ट बेक ने यह बात नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि भारत को साइबर सुरक्षा में पांच लाख लोगों की जरूरत होगी जबकि कैनेडा  के ओंटारियो प्रांत में ही दस शैक्षणिक संस्थान हैं जो साइबर सुरक्षा कार्यक्रम चलाते हैं।
बेक ने कहा कि हमारा मानना है कि दोनों देशों की कुछ ताकतें हैं और हमें उनका उपयोग करने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। हमारे यहां सिर्फ ओंटारियो प्रांत में 10 शैक्षणिक संस्थान हैं जो साइबर सुरक्षा पर कार्यक्रम चलाते हैं। इस तरह से हम भारत के साथ सहयोग कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, शिक्षा और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में भारत शानदार भागीदार हो सकता है।
कैनेडा ई पेंशन फंड पर बात करते हुए बेक ने कहा कि उनका देश मानता है कि भारत दीर्घावधि का सुरक्षित और स्थिर पूंजी निवेश करने की जगह है क्योंकि कैनेडा  में दुनिया का सबसे मजबूत पेंशन फंड है। वह चाहता है कि यह फंड भारत आए।
बेक ने कहा कि पिछले सप्ताह कैनेडा  के पांच सबसे बड़े पेंशन फंड इस बात पर चर्चा करने के लिए भारत में थे कि इस बाजार में कैसे कैनेडा ई पूंजी को लाया जाए। वे पांच फंड अकेले तकरीबन 700 अरब डॉलर की निवेश योग्य राशि का प्रतिनिधित्व करते हैं। कैनेडा ई वित्तीय व्यवस्था 2008 के वित्तीय संकट से पार पा गई थी।
बेक ने कहा कि कैनेडा ई पेंशन फंड की चिंताओं में से एक है भारत में कराधान व्यवस्था। भारत में कई तरह के कर हैं। कैनेडा ई फर्मों को कर देने में कोई समस्या नहीं है। कुछ कैनेडा ई पेंशन फंड ने भारत में पहले ही निवेश किया है, यद्यपि बड़ा निवेश नहीं है लेकिन सामान्य स्टैंर्डड के अनुसार यह बड़ा है। हम और निवेश लाना चाहते हैं क्योंकि हम अवसर देखते हैं।

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