Toronto : टोरंटो। कंसरवेटिव प्रमुख पीयरे पॉलीएवरे ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि वह और उनकी पार्टी के सदस्य भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रमों से बचेंगे जिसमें भाषा की आड़ में विवाद प्रसारित करने का कार्य किया जाता हैं। उन्होंने वल्र्ड इकॉनोमिक फॉरम पर आरोप लगाते हुए यह स्पष्ट किया कि विश्व में इतनी अधिक आक्रोशता फैलने का मुख्य कारण विवादास्पद टिप्पणियां हंै, जिसके कारण आज विश्व में अशांति फैल रही हैं, उन्होंने यह भी माना कि कई बार घरेलू लेखों में भी सत्ताधारी सरकारों को गिराने का प्रयास किया जाता हैं, इसके लिए इंटरनेट सबसे बड़ा साधन सिद्ध हो रहा हैं।
पीयरे ने यह भी कहा कि वह और उनकी पार्टी का प्रत्येक सदस्य इस बात पर अवश्य ध्यान देगा कि वे किसी भी ऐसे कार्यक्रम के भागीदार न बने जो विवादास्पद लेखों को प्रसारित करते हैं, इसलिए उन्होंने गत दिनों स्वित्जरलैंड के डेवॉस में होने वाले सम्मेलन में प्रतिभागिता से माना कर दिया, जिसमें इस प्रकार के विषयों पर खुलकर चर्चा होती हैं, जिसके लिए सदैव ही हमारे देश के प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो समर्थक रहे हैं। यहीं नहीं पीयरे ने गत दिनों एक ईमेल संदेश द्वारा आम कैनेडियनस से पूछा कि वे किस प्रकार के प्रधानमंत्री को पसंद करेंगे जो कैनेडियनस के लिए कार्य करता हो या वल्र्ड इकॉनोमिक फॉरम का समर्थन करते हैं।
पीयरे ने गत दिनों इस बात पर भी चिंता जताई थी कि देश की बिगड़ती वित्तीय स्थिति के लिए भी वर्तमान प्रधानमंत्री कुछ नहीं कर रहे। पीयरे ने यह भी माना कि इस वैश्विक सम्मेलन में कोई भी डिजीटल आईडी अनिवार्य नहीं, इसलिए मैनें अपनी पार्टी के सभी मंत्रियों और उच्च सरकारी अधिकारियों को इस बारे में आगाह कर दिया हैं कि वे वल्र्ड ईकोनोमिक फॉरम में भाग न लें और जितना संभव हो इससे बचने का प्रयास करें। ज्ञात हो कि कैनेडा प्रारंभ से ही डब्ल्यूईएफ का समर्थक रहा हैं, इससे पहले स्टीफन हार्पर की सरकार भी नियमित रुप से इस संगठन के सम्मेलनों में भाग लेती रही हैं।
यहीं नहीं वर्तमान प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो भी वर्ष 2016 और 2018 में इसमें भाग लेने स्वयं पहुंचे थे और गत जनवरी में हुए कार्यक्रम में वित्तमंत्री क्रिस्टीया फ्रीलैंड ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। उन्होनें यह भी माना कि इस संगठन के आयोजित कार्यक्रमों में कभी भी इस बात पर जोर नहीं दिया जाता कि आम जनता की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए अनिवार्य कार्य किए जाएं। पिछले वर्ष भी आयोजित एक विवादास्पद थ्यॉरी के कारण ट्रुडो का नाम सोशल मीडिया में बहुत अधिक उछला था। देशों से कहा गया कि वे हैल्थ-केयर फंडींग के लिए बिलीयनस ऑफ डॉलर एकत्र करें। वहीं जानकारों का मानना है कि पीयरे द्वारा इस प्रकार से वैश्विक संगठनों के विरोध में खड़ा होना कहीं किसी नए विवाद को जन्म न दें दे।
पीयरे ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार के कुप्रबंधन के कारण ही इस समय देश में गहरा आवासीय संकट उत्पन्न हो गया हैं, देश के कई हिस्सों में अनेक प्रवासियों को खुली छते के नीचे सोने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। इसके अलावा देश में भारी श्रम शक्ति की कमी भी उभर रही हैं, जिसके कारण कई क्षेत्रों में कार्य ठप्प पड़े रहैं और उत्पादन न के बराबर हो रहा हैं। महामारी काल में भी प्रधानमंत्री ने माना था कि वे जल्द ही देश में मौजूदा कमियों को पूरा करने के लिए उचित कार्य योजनाएं तैयार करेंगे, परंतु कोविड काल की समाप्ति के बावजूद अभी तक इसे नियंत्रित नहीं किया जा सका हैं, जिसका प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा हैं। जानकारों की माने तो इसी कारण से देश में अत्यधिक महंगाई बढ़ रही हैं और देश का व्यापार महामंदी की ओर अग्रसर हो रहा हैं।
पीयरे ने यह भी माना कि यह कार्य कोई आसान नहीं था, फिर भी यदि केंद्र सरकार अपनी नीतियों को उचित प्रकार से विशेषज्ञों की राय के आधार पर सुनिश्चित करती तो स्थिति में बदलाव होता और कैनेडा भी अभी तक कोविड-19 महामारी काल से बाहर आ गया होता, लेकिन उनका मानना है कि अब ऐसा नहीं हो सका और इसके लिए देश को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। लेकिन उन्होंने मौजूदा स्थितियों को देखते हुए यह भी कहा कि हम इस प्रकार से अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भाग सकते, जिसके लिए पीसी पार्टी ने कई अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर सार्वजनिक आवासों पर इनके रहने का प्रबंध किया हैं और उनका यह भी कहना है कि देश की फैक्टरियों में सबसे पहले रिक्तियां को भरा जाएं, जिससे उत्पन्न रोजगार समस्या को भी हल किया जा सके और लोग अपने जीवन स्तर को सुधारने के लिए उचित कार्य कर सकते हैं।
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