किडस ओवरडोजींग को लोक स्वास्थ्य आपदा घोषित किया जाएं : डॉ. मैथ्यू कारवाना
Kid's overdosing should be declared a public health emergency: Dr. Mathew Karwana
टोरंटो। बुधवार को जारी एक स्वास्थ्य रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट की गई कि देश में तेजी से बढ़ते किडस ओवरडोजींग के मामलों को गंभीरता से नहीं लेने के कारण इसके शिकार बच्चें अधिक प्रभावित हो रहे हैं। वर्ष 2022 में प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 1000 से अधिक बच्चों के डॉक्टरों ने पूरे वर्ष में इस प्रकार के अनेक केसों को देखा, जिसमें 12 वर्ष से 18 वर्श तक के अधिकतर बच्चें इसका शिकार बने, अधिक मात्रा में नशीला पदार्थ का सेवन करने से इन बालकों का जीवन गहरे जोखिम में पड़ गया और किसी प्रकार से उन्हें बचाया जा सका।
इस संबंध में देश के प्रख्यात बच्चों के डॉक्टर और यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटीश कोलम्बिया के पीडियाट्रीक्स के सहायक प्रौफेसर व प्रिंसीपल इन्वेस्टीगेटरस डॉ. मैथ्यू कारवाना ने बताया कि देश में बच्चों में बढ़ती नशे की प्रवृति बेहद घातक हैं, इसे रोकने के लिए जल्द ही कोई उचित उपाय आवश्यक हैं। पिछले साल के अधिकतर बच्चों के अस्पतालों में मिले आंकड़ों में भी यह बात स्पष्ट की गई कि देश में 10 से अधिक आयु के बच्चे इसका शिकार तेजी से हो रहे हैं और इसके कारण उनकी मृत्यु का आंकड़ा भी बढ़ रहा हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि देश में सुनिश्चित 10 राज्यों की हालत सबसे अधिक खराब हैं जहां बच्चों के पास ये मादक तत्व आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। डॉ. कारवाना ने यह भी माना कि इसके लिए केंद्र शासित प्रदेशों के बच्चों के डॉक्टरों को जागरुक अभियानों से जोडऩा होगा जिससे आगामी दिनों में इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिल सके।
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