एनडीपी ने ग्रीनबेल्ट संबंधी घोटाले की शिकायत इन्टेग्रिटी कमीशनर को की
NDP reports Greenbelt scam to Integrity Commissioner
टोरंटो। ओंटेरियो के एनडीपी प्रमुख मैरिट स्टाइल्स ने अपने बयान में बताया कि पार्टी द्वारा प्रीमियर और सरकारी स्टाफ के विरोध में ग्रीनबेल्ट परियोजना में गड़बड़ी पाएं जाने का स्पष्टीकरण मांगते हुए इस बारे में इन्टेग्रिटी कमीशनर स्वयं जांच करें। स्टाइल्स ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा कि ऑडिटर जनरल की रिपोर्ट को गंभीरता से देखते हुए सरकारी निर्णयों की उचित जांच हो, जिससे आवासीय विकास के नाम पर की गई इस गड़बड़ी के बारे में लोगों को उचित जानकारी मिल सके और यह समझ सके कि जिस सरकार पर उन्हें इतना अधिक विश्वास था, उन्होंने जनता के साथ कितना बड़ा धोखा किया हैं।
ओंटेरियो के प्रमुख विपक्षी पार्टियों का कहना है कि वर्तमान सत्तारुढ़ सरकार के आवासीय मंत्री ने ग्रीनबेल्ट विकास योजना में बहुत बड़ा घोटाला किया हैं जिसके लिए उन्हें क्षमा नहीं किया जा सकता, विपक्षियों का मानना है कि इस गबन से वह बच नहीं सकते और आवासीय मंत्री स्टीव क्लार्क को अपने पद से इस्तीफा देना होगा। बुधवार को ओंटेरियो के ऑडिटर जनरल बोनी लायस्क की रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि सरकार के आवासीय मंत्रालय की ओर से कुछ डेवलपरों को विशेष महत्व दिया गया, जिसके लिए उनके कई गैर-योग्याताओं को भी नजरअंदाज करते हुए उन्हें विकास कार्य की परियोजना में शामिल किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार ने स्वयं को निजी लाभ देने के लिए इस परियोजना का आरंभ करवाया और भूमि सुधार के नाम से कुछ निकट के संबंधित परियोजनाओं के डेवलपरों को सीधा लाभ दिया।
सरकार की प्रारंभिक योजनाओं के अनुसार सबसे पहले 15 सुनिश्चित स्थानों पर 50,000 होमस के निर्माण की योजना हैं, जिसके पश्चात अन्य परियोजनाओं को आरंभ किया जाएंगा। प्रमुख विपक्षियों का कहना है कि इस मामले में प्रीमियर डग फोर्ड की चुप्पी भी उन्हें कठिनाई में ला सकती हैं, जबकि उन्हें इस मांग के उठते ही तुरंत अपने आवासीय मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए था। प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने यह भी दावां किया कि सरकार इस प्रकार से राज्य के अधिकतर हरित भूमि पर आवासीय निर्माण बनाएंगी तो इससे राज्य की पार्क भूमियों और ईकोसिस्टम पर भी बहुत बुरा असर पड़ेगा और ओंटेरियो वासियों को कई प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करना पड़ सकता हैं, यहीं नहीं राज्य में जनसंख्या की तुलना में कम हरियाली हुई तो लोगों को स्वास्थ्य संबंधी संकट भी उत्पन्न होने का भय लगा रहेगा।
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