Toronto Health News : टोरंटो। कॉन्फ्रेन्स बोर्ड ऑफ कैनेडा की ताजा रिपोर्ट में यह माना गया कि पूरे देश में रीढ़ की हड्डी संबंधी बीमारियों के लिए विशेषज्ञों द्वारा ईलाज के लिए बहुत लंबी प्रतीक्षा सूची जारी की जा रही हैं, जिसके कारण यह माना जा रहा हैं कि इससे बच्चों में स्कोलीओसीस और अन्य संबंधित प्रभावों में वृद्धि हो सकती हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि देश में प्रत्येक 10 बच्चों में से 4 को रीढ़ की हड्डी संबंधी समस्या देखने को मिल रही हैं, लेकिन उनके ईलाज का वेटिंग टाईम छ: माह से अधिक माना जा रहा हैं, जिससे पीडि़त बच्चों में यह समस्या और अधिक गंभीर होती नजर आ रही हैं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त की हैं। जहां यह समस्या अल्बर्टा में 13 प्रतिशत हैं वहीं नोवा स्कोटिया में 68 प्रतिशत देखने को मिली हैं।
एआईएस का यह भी कहना है कि सबसे अधिक चिंता का विषय यह है कि रीढ़ की हड्डी में टेढ़ापन आना बहुत गंभीर समस्या हैं और यह युवा बच्चों में होना उनके भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं और सोमवार को जारी इस रिपोर्ट में यह भी माना गया कि इस समय देश में इस समस्या से लड़कों से अधिक लड़कियां प्रभावित हो रही हैं। संबंधित हड्डियों के अस्पतालों ने भी माना कि संबंधित स्पाइनल स्पेशललिस्टों की कमी भी इसका मूल कारण हैं, जिसके कारण संबंधित बच्चों को ईलाज के लिए लंबी प्रतीक्षा सूची का सामना करना पड़ रहा हैं। स्वतंत्र शोध के आधार पर संस्था ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि पूरे कैनेडा में 2,778 बच्चे अभी भी प्रतीक्षा सूची में अपनी पीठ का ईलाज करवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं और यदि समय पर उन्हें उचित ईलाज नहीं मिला तो उनकी रीढ़ की हड्डी में वक्रता को कोई नहीं रोक सकता।
रिपोर्ट में सरकार से अपील की गई हैं कि इस संबंध में मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक फंड जारी किए जाएं, जिससे अधिक से अधिक डॉक्टरस, नर्सस और संबंधित मशीनों की उपलब्धता से जनता को लाभ दिया जा सके। वहीं दूसरी ओर चिल्ड्रनÓस हैल्थकेयर कैनेडा के सीईओ एमीली ग्रुएनवॉल्डट ने यह भी कहा कि अभी तक उनके पास कोई भी उचित डाटा नहीं पहुंचाया गया हैं, जिससे वे इस बारे में कोई भी निर्णय ले सकें। सर्जरी के लिए लाभकारी बच्चों की संख्या का सुनिश्चित नहीं होना इस बात का प्रमाण हैं कि अभी भी इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता हैं।
सरकार प्रारंभ से ही बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करती रही हैं और भविष्य में भी इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कार्य किए जाएंगे। ग्रुएनवॉल्डट ने यह भी माना कि लोगों के मध्य इस समस्या को लेकर अधिक जागरुकता नहीं होने के कारण भी यह बीमारी बढ़ रही हैं और यह भी देखा गया कि कई बच्चों में यह समस्या ऑपरेशन के बाद भी देखी गई।
इस संबंध में एक पीडि़त बच्ची की मां ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2020 में उसकी 14 वर्षीय बेटी का रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन कर उसे ठीक किया गया, जिसके बाद उसे पुन: जांच के लिए लगभग एक वर्ष बाद बुलाया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि संबंधित विशेषज्ञ के पास उसे दोबारा देखने का समय ही नहीं, जबकि अभिभावकों ने बताया कि उसकी बेटी ने लगभग 8 घंटे के लंबे ऑपरेशन की पीड़ा सहीं और उन्होंने भी महामारी काल में अस्पताल के बाहर पूरे-पूरे दिन खड़े होकर अपनी बच्ची के ठीक होने की प्रार्थना की थी, उसके बाद भी उन्हें इतनी लंबी प्रतीक्षा का सामना करना पड़ रहा हैं। वहीं कुछ अन्य अभिभावकों ने भी अपनी समस्या को उजागर करते हुए इन समस्याओं से बचने के लिए उचित उपाय करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आगे आने की अपील की हैं।
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