Toranto News : टोरंटो। संबंधित प्रोग्राम के संबंध में अपनी ताजा रिपोर्ट जारी करते हुए संबंधित संस्था का कहना है कि ओंटेरियो की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए अब संसाधन जुटाना बहुत अधिक कठिन होता जा रहा हैं। इस प्रोग्राम के तहत राज्य के आधे से अधिक छात्र अधकच्चे उबाले हुए अंडे और एक सेब जोकि छ: भागों में कटा हुआ होता हैं खाने को मजबूर हैं। इतनी समस्याओं के बीच युवा होती पीढ़ी का उचित विकास कैसे हो पाएंगा?
इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए संबंधित संस्था के प्रबंधक वीवीयन डेगेएज ने मीडिया को बताया कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए हमें दोगुने फंडींग की आवश्यकता हैं, क्योंकि उनका यह भी मानना है कि जिस प्रकार से मांग बढ़ रही हैं, उसी प्रकार से आवश्यकताओं को भी पूरा करना होगा, तभी वर्तमान संकट को हल किया जा सकता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी आम बजट में इस आपूर्ति के लिए प्रस्तावित बजट में वृद्धि करना ही अंतिम उपाय रह गया हैं, वर्तमान फंडींग से इतना खाद्य उत्पाद नहीं रखीदा जा सकता, जितना आवश्यक होता हैं। जिसके कारण इसमें कमी करने की मजबूरी हो जाती हैं।
जानकारों का यह भी मानना है कि कोविड के पश्चात से इस विभाग में और अधिक अल्पता देखी जा रही हैं, जिसका प्रमुख कारण परिवारों में महंगाई की मार के कारण नई नीतियों को उचित प्रकार से प्रबंधित नहीं किया जा पा रहा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय प्रत्येक क्षेत्र में एक आंधी आई हुई हैं जिसे नियंत्रित करने के लिए न केवल राज्य सरकारें अपितु केंद्र सरकार को भी उचित निर्णय लेना होगा, तभी इसका भरपूर लाभ मिल सकेगा।
वहीं दूसरी ओर ओंटेरियो चैप्टर ने भी माना कि हैल्थी स्कूल फूड के लिए गठबंधन करने वाले संगठनों को इस वर्ष दोगुना फंड मुहैया करवाना होगा, जिसके अंतर्गत जहां पिछले वर्ष तक उन्हें 23.3 मिलीयन डॉलर की वित्तीय सहायता दी जाती थी, वहीं इस वर्ष 2024 में इसे बढ़ाकर 64.4 मिलीयन डॉलर करना होगा। यहीं नहीं इस कार्यक्रम में प्रांतीय बच्चों के लिए विशेष लंच की व्यवस्था भी करनी होगी, जिससे उनका शारिरीक विकास उचित रुप से हो सके और किसी भी प्रकार से वित्तीय कमी के कारण उन्हें भूखा रहना पड़े। कई परिवारों ने अपने बच्चों के इस प्रोग्राम को केवल इसलिए बंद कर दिया क्योंकि उनके पास उसे उचित खाना खिलाने और बच्चों के सर्वांगींण विकास के लिए कोई भी साधन उपलब्ध नहीं था।
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इन अभिभावकों के पास अपने ही बच्चों के लिए उचित खाद्य संसाधन मौजूद नहीं होने से इन्हें मजबूरी में संबंधित विभागों से निष्कासन करवाना पड़ता हैं और इस बारे में अधिक सहायता नहीं मिल पाने के कारण कैनेडियन बच्चों का भविष्य अधर में अटक सकता हैं। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए सामाजिक, बाल व सामाजिक सेवा मंत्रालय ने माना कि अभी तक कुल 14 प्रमुख एजेंसियों ने भी माना कि केंद्र सरकार अपने आगामी बजट में फंडींग को बढ़ाएं, जिससे भविष्य में होने वाली कमियों को पूरा किया जा सके। ये अधिकतर संगठन निस्वार्थ भाव से सामाजिक समूहों की संबंधित सेवा कार्यों में लगी हुई है।
इस योजना में केवल गरीब तबके वाले परिवारों के लिए लाभ की योजना आरंभ की गई थी। जिससे अन्य वर्ग के गरीब परिवारों के बच्चें इसमें भाग ही नहीं ले पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हम जानते है कि इस समस्या का समाधान तभी हो सकेगा, जब दोनों पक्षों के बीच एक उचित निर्णय हो सके, जिसके लिए उचित निर्णय सबसे अधिक लाभ देने वाला प्रस्ताव हैं।
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