Toranto News : टोरंटो। टोरंटो परिवहन कर्मचारी यूनियन ने अपने ताजा बयान में माना कि गत दिनों अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने के लिए आयोजित मतदान में संबंधित कर्मचारियों ने 98.28 प्रतिशत मत ड़ालकर इस निर्णय पर अपनी मोहर लगा दी हैं, इस यूनियन के साथ लगभग 12000 परिवहन कर्मचारी जुड़े हुए हैं, जो अमैल्गमेटिड ट्रान्सिट यूनियन लोकल 113 का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, मतदान के बाद यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस बार हड़ताल होना पक्का हैं, और जल्द ही इसकी तिथि भी घोषित कर दी जाएंगी। इस बार आयोजित मतदान में 9,253 सदस्यों ने भाग लिया, जिन्होंने अपने संदेश में कहा कि यदि राज्य सरकार उनकी मांगों पर जल्द ही प्रतिक्रिया नहीं देती हैं तो वे अवश्य ही हड़ताल करेंगे।
एटीयू लोकल 113 के अध्यक्ष मारवीन अल्फ्रेड ने भी कहा कि इस बारे में हम और अधिक बैठकें कर रहे हैं, जिस बारे में आगामी माह के प्रथम सप्ताह में ही श्रम कार्यवाही हेतु पहला चरण उठाया जाएंगा, ज्ञात हो कि इस बारे में श्रम मंत्रालय द्वारा एक काउन्सिलेटर की नियुक्ति भी की जा चुकी हैं, जो दोनों पक्षों के मध्य समझौता करवाने में सफल हो सके। गौरतलब है कि राज्य सरकार और कर्मचारी यूनियन के मध्य पुराना अनुबंध गत 31 मार्च, 2024 को समाप्त हो गया था, उसके लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई, जिस कारण से नाराज यूनियन सदस्यों ने हड़ताल करके ही अपनी आगामी योजनाओं को कार्यन्वित करने की दिशा में कदम उठाया हैं।
सोमवार सुबह आयोजित प्रैसवार्ता में मीडियाकर्मियों को बताते हुए उन्होंने कहा कि हम हमारे कार्य का मूल्य पहचानते हैं, इसलिए अब सरकार को भी समझना होगा कि वर्तमान मेहनत के लिए उचित वेतन ही आवश्यक कदम हैं, जिसके बिना आगे की कार्य-योजना को तैयार करना अनुचित होगा और उन हजारों कर्मचारियों के साथ धोखा होगा, जो इतनी अधिक मेहनत करके कम मजदूरी प्राप्त कर रहे हैं। अल्फ्रेड ने यह भी माना कि हमें यह भी पता है कि इस समय देश में एक सामान्य जीवन जीने के लिए भी बहुत अधिक धन खर्च करना पड़ रहा हैं, जिसके लिए मजदूरी बढ़ाने के लिए मांग की जा रही हैं, इस समय देश में महंगाई दर तेजी से आकाश छू रही हैं, उसके लिए कर्मचारियों को ही दबाना पूर्ण रुप से गलत होगा, जिसके लिए श्रम मंत्रालय को स्वयं विचार करना होगा। वहीं टीटीसी के सीईओ रिक लीयरे ने भी माना कि इस संबंध में अभी तक समझौते पर कोई भी वार्ता नहीं हुई हैं और भविष्य में भी इस सबंध में कोई नई वार्ता होने की संभावना से इंकार किया जा रहा हैं।
इससे पूर्व वर्ष 2008 में संगठन ने हड़ताल कर अपनी मांगों को पूरा करवाने का सफल प्रयास किया था, उसी को ध्यान में रखते हुए यूनियन ने एक बार फिर से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।
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