पूर्व मेयर नाहीद नेन्सी बने अल्बर्टा एनडीपी प्रमुख

Former mayor Naheed Nancy becomes Alberta NDP chief

कैलगरी। अल्बर्टा एनडीपी को भी अपना नया प्रमुख मिल गया हैं, इसके लिए प्रबल उम्मीदवार कालगेरी पूर्व मेयर नाहीद नेन्सी ने यह सीट कई हजार वोट प्राप्त कर आसानी से जीत ली हैं। सूत्रों के अनुसार इस पद के लिए उन्हें 86 प्रतिशत वोट मिले, जोकि किसी भी पार्टी प्रमुख बनने के लिए सबसे बड़ी संख्या हैं। पार्टी प्रमुख बनते ही नेन्सी ने अपना कार्य आरंभ कर दिया और शनिवार को प्रीमियर डैनीयल स्मिथ पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की छोटी सोच आज भी अल्बर्टा को देश को सबसे कमजोर राज्य बनाएं हुए हैं। जहां कैनेडा के अन्य राज्य तेजी से उन्नति कर रहे हैं। वहीं अल्बर्टा इस क्षेत्र में पिछड़ा हुआ हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि अल्बर्टा के उत्थान हेतु अब बड़े फैसले लेने का समय आ गया हैं। उन्होंने यह भी माना कि पार्टी ने उन्हें कुछ विशेष कारणों के लिए चुना हैं, जिसके लिए वे अभी से प्रयास कर रहे हैं और माना जा रहा है कि इससे भावी चुनावो में सकरार बदलने के लिए विपक्षी दबाव बनाया जा सकेगा। नेन्सी ने 85.6 प्रतिशत वोट देने के लिए सभी पार्टी सदस्यों, स्टाफ और वालेंटरों को धन्यवाद दिया, नेन्सी ने यह भी कहा कि अल्बर्टा में 2027 में होने वाले चुनाव के लिए अभी से नीतियां बननी आरंभ हो गई हैं, जिसमें जीत के लिए नेन्सी हर संभव प्रयास करेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि जनता के विश्वास को एनडीपी की ओर मोडऩा कोई आसान कार्य नहीं, लेकिन वर्तमान स्थितियों को देखते हुए जनता अवश्य ही आगामी चुनावों में नए चेहरों पर ही विश्वास करेगी। लेकिन भविष्य में क्या परिणाम आएंगे इसके लिए तो समय ही बताएंगा, परंतु हमें परिश्रम अभी से करना होगा और अपने लक्ष्यों को निर्धारित करते हुए वर्ष 2027 के लिए कार्य नीति तैयार करनी होगी। ज्ञात हो कि वर्ष 2010 में अल्बर्टा के पहले मुस्लिम मेयर बनकर नेन्सी ने सभी अटकलों को समाप्त किया था और यह माना जा रहा हैं कि आगे भी इसी प्रकार की मिथ्या सोचों को समाप्त करने के लिए नाहीद नेन्सी उदाहरण प्रस्तुत करेगें।

जना के प्रति संदेह जताते हुए सिटी ऑफ मिसिसॉगा ने भी इसे अस्वीकार कर दिया हैं। वहीं 5 जून को जारी रिपोर्ट में भी मिसिसॉगा स्टाफ द्वारा जारी योजना के आधार पर ईटोबीकोक के डेवलपर डनपर के आवेदन पर 2620 चाकवेल के निकट 180 बैक-टू-बैक टाउनहाऊस बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसे भी सिटी द्वारा अस्वीकार कर दिया गया।

सिटी स्टाफ का कहना है कि यह प्रस्ताव सिटी नीतियों के अनुसार संचालित नहीं हैं जिस कारण से फिलहाल इस योजना को संशोधन के पश्चात ही लागू करने के लिए प्रस्तावित किया जाएंगा। वहीं डेवलपरों का कहना है कि इस समय देश के प्रत्येक क्षेत्र में जो संकट सबसे अधिक फैल रहा हैं वह हैं आवासीय संकट जिसे हल करने के लिए इस प्रकार की योजनाएं सार्थक साबित हो सकती हैं, लेकिन सिटी इस बारे में गंभीर नजर नहीं आ रही और इस कारण से भविष्य में इसे और अधिक भयावह रुप धारण करने में समय नहीं लगेगा। सिटी को अपनी वर्तमान नीतियों में बदलाव करते हुए संशोधित नीतियों को लागू करना चाहिए जिससे अधिक से अधिक डेवलपरों द्वारा अपनी योजनाओं का लाभ सिटी को दिया जा सके।

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