चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों पर अतिरिक्त कर लगाने के लिए 30 दिवसीय परामर्श शुरु होगा
30-day consultation to begin on additional tax on Chinese electric vehicles
टोरंटो। सोमवार को विदेश मंत्री क्रिस्टीया ने चीन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा ऑटोमोटिव सेक्टर करीब 550,000 अच्छे वेतन वाली कैनेडियन नौकरियों का समर्थन करता हैं। लेकिन कैनेडियन कर्मचारी और ऑटो सेक्टर को चीन की राज्य निर्देशित अत्यधिक क्षमता की नीति से अनुचित प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे है जो घरेलू और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा करने की कैनेडा की ईवी सेक्टर की क्षमता को कमजोर कर रही हैं।
कैनेडा की सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या चीनी निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर अतिरिक्त कर लगाया जाए। इस मुद्दे पर 30 दिवसीय परामर्श 2 जुलाई से शुरु होगा, ताकि उप प्रधानमंत्री क्रिस्टीया फ्रीलैंड द्वारा सोमवार को कही गई बात का जवाब दिया जा सके कि यह चीनी कंपनियों द्वारा वैश्विक स्तरपर अधिक आपूर्ति उत्पन्न करने का स्पष्ट प्रयास हैं। कैनेडा का यह कदम अमेरिका और यूरोपीय आयोग द्वारा इस गर्मी में चीनी ईवी पर उच्च आयात शुल्क लगाने की योजना की घोषणा के कुछ सप्ताह बाद आया हैं।
परामर्श में चीन के बढ़ते ईवी निर्यात के पीछे क्या कारण हैं, इस पर इनपुट मांगा जाएगा, जिसमें अनुचित बाजार प्रथाओं के साथ-साथ श्रम और पर्यावरण मानक भी शामिल हैं। अतिरिक्त कर के अलावा, परामर्श में इस बात पर विचार किया जाएगा कि क्या कैनेडा को उन कारों में बदलाव करना चाहिए जो प्रति वाहन 5000 कैनेडियन डॉलर तक की संघीय ईवी खरीद छूट के लिए पात्र हैं।
इस परामर्श समिति द्वारा इस बात पर भी विचार किया जाएगा कि कैनेडा में निवेश प्रतिबंधों का विस्तार किया जाएं या नहीं। अभी कैनेडा में आयातित एकमात्र चीनी निर्मित ईवी टेस्ला में हैं, जो कंपनी के शंघाई कारखाने में बने हैं। इस समय कोई भी चीनी ब्रांड की ईवी बेची या आयात नहीं की जा रही हैं। फ्रीलैंड ने कहा कि कैनेडा संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि उससे अमेरिका में एक एकीकृत ऑटो सेक्टर है, और कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि कैनेडा चीनी अति आपूर्ति के लिए डंपिंग ग्राउन्ड न बने।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि ईवी और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं के लिए चीनी सरकार की सब्सिडी यह सुनिश्चित करती है कि चीनी कंपनियोंं को लाभ कमाने की जरुरत न पड़े, जिससे उन्हें वैश्विक व्यापार में अनुचित लाभ मिल सके। ज्ञात हो कि शंघाई फैक्टरी में निर्मित उत्पाद सबसे अधिक कैनेडा और टेस्लास आदि में बेचे जाते हैं और ये दोनों देश ही इन उत्पादों के सबसे बड़े खरीददार भी हैं। लेकिन भविष्य में अब इन चीनी उत्पादों के लिए ग्राहकों को अधिक शुल्क देना होगा, जिसका मूल कारण इन देशों में संबंधित उत्पादों की गुणवत्ता और अन्य संबंधित कार्यों को पूरा किया जाता हैं।
वर्ष 2021 तक के आंकड़ों में यह बात मानी गई थी कि दुनिया की 80 प्रतिशत लीथीयम-आयन बैटरियों का निर्माण चीन में होता हैं, जिसमें से चीन 69 प्रतिशत अपने सभी उत्पादों को दुनिया के कई देशों में उचित दामों पर बेच देता हैं, जिसका मॉडीफाईड करके वे अन्य देशों में और अधिक दामों में बेच देते हैं। इस एकाधिकार को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इन उत्पादों की एक सुनिश्चित मूल्य निर्धारित किए और बैटरियों के अतरिक्त क्लीन एनर्जी उत्पादों जिसमें मुख्य रुप से सोलर सैलस आदि शामिल हैं को प्रयोग करने पर जोर दिया।
यूरोपीय संघ ने कथित तौर पर यूरोप में आयात किए जा रहे चीन निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों पर 38.1 प्रतिशततक के शुल्क लगा दिए हैं। इस कदम से बीजिंग के तीखे प्रतिशोध की उम्मीद की जा रही हैं। यह कदम अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के दौरान ईवी सहित विभिन्न चीन निर्मित उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने के बाद आया हैं।
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