नियाग्रा पार्कों में खरपतवार को कम करने में मदद करेगी बकरियां

Goats will help reduce weeds in Niagara parks

– फॉर्ट इरी, ओंटेरियो में तेजी से बढ़ रहे आक्रमक पौधों को नियंत्रित करने के लिए इस योजना का किया जाएंगा प्रयोग

Goats will help reduce weeds in Niagara parks

टोरंटो। पर्यावरण विदें के अनुसार नियाग्रा पार्कों में इस समय एक बड़ी प्राकृतिक समस्या देखने को मिल रही हैं और यदि इस जटिल समस्या को नियंत्रित नहीं किया गया, तो शीघ्र ही यह कई मैदानी भागों में फैलकर इसे नष्ट कर देंगे। प्राकृतिक योजनाकार तकनीकी ज्ञाता विक्टोरिया कलेनयूक ने बताया कि इस समस्या को हल करने के लिए सबसे कारगर उपाय बकरियां लग रही हैं, वे केवल इसी प्रकार के खरपतवारों को खाती है जो मैदानी भागों में अन्य फसलों और मानवीय स्वास्थ्य को हानि पहुंचाते हैं।

ये आक्रमक पौधे ऐसे पौधे हैं जो किसी क्षेत्र में प्राकृतिक रुप से नहीं पाएं जाते, लेकिन जिस क्षेत्र में उन्हें लाया जाता हैं, वहां तेजी से फैलते हैं, तथा इन नए आवासों में कई नकारात्मक प्रभाव ड़ालते हैं। इन पौधों से स्थानीय जैव विविधता को प्रभावित करना, आर्थिक नुकसान पहुंचाना और मानव स्वास्थ्य को हानि पहुंचाना शामिल हैं। गौरतलब है कि इस प्रक्रिया के माध्यम से आक्रमक, विदेशी या अयोग्य पौधों की प्रजातियों को जैसे गार्लिक मस्टर्ड, पॉयजन आईवी और वाल्इड पर्सनिप आदि मुख्य रुप से शामिल हैं। इसके अलावा इस योजना में मैडोज के मैदानों से वुडी हरियाली को भी समाप्त करने में मदद मिलेगी।

जानकारों का यह भी कहना है कि इससे न केवल मृदा की उर्वरा को बढ़ाने में मदद मिलेगी अपितु पौधों की पोषकता में भी वृद्धि होगी। इन पौधों को समाप्त करने से कार्बन उत्सर्जन, ध्वनि प्रदूषण और मैकनीकल यंत्रों के आश्रय संबंधी प्रभावों को भी कम करने में मदद मिलेगी। इन पौधों के विचरण से संबंधित पशुओं को भी एक स्थान पर रखने में मदद मिलेगी। इस योजना में न केवल देशी मूल प्रजातियों के पौधों को भी बड़ी संख्या में उगाया जा सकेगा, जिससे विभिन्न प्रकार की प्रजातियों को भी विकसित करने में मदद मिलेगी।

इस विधि में खरपतवार आदि को जलाने आदि की समस्या से भी छुटकारा मिल सकेगा और कृषि संबंधी उत्पादकों का भी बहुत अधिक समय बचेगा, जिसे पहले वे इन पौधों के प्रबंधन में नष्ट करते थे, इसलिए सिटी ऑफ टोरंटो द्वारा इन पौधों के विचरण हेतु बकरियों को सुनिश्चित किया हैं, यदि यह पायलट परियोजना सफल रहती हैं तो देश के अन्य हरित प्रांतों में भी इसे अपनाने के लिए सलाह दी जाएंगी, जिससे लोगों को और अधिक लाभ मिल सके।

सिटी अधिकारियों द्वारा यह भी बताया गया कि इन हरित क्षेत्रों में जिन बकरियों को तैनात किया जा रहा हैं वे आम बकरियां नहीं अपितु विशेष प्रजाति की बकरियां हैं जो खास तौर पर न्यूजीलैंड में पाई जाती हैं और इस प्रकार से बकरियों को हरित मैदानों में छोड़कर खरपतवारों को खिलाने की प्रक्रिया को कीको कहते हैं। इसमें अनुमानित 60 बकरियों को तीन दिनों के लिए लगभग एक एकड़ भूमि पर चराई के लिए छोड़ा जाता हैं, जिसके लिए फिलहाल 40 बकरियों को डॉन वैली ब्रिक वक्र्स पार्क में छोड़ा जाएंगा। इस परियोजना में बकरियों के पानी पीने की भी व्यवस्था की गई हैं।

सिटी ऑफ टोरंटो द्वारा हरित क्षेत्रों में उगने वाले आक्रामक पौधों से बचने के लिए एक नई तकनीक का प्रयोग किया गया, जिससे अन्य पौधों को नुकसान भी नहीं पहुंचे और अधिक कीटनाशकों का प्रयोग कर पर्यावरण को भी दूषित होने से बचाया जा सके। इसके लिए डॉन वैली ब्रिक वक्र्स पार्क में गत 25 और 26 जून को कुछ बकरियों के झुंड तैनात किए गए। आक्रामक प्रजातियों के उपचार के लिए शाकनाशी सबसे प्रभावी और संसाधन-कुशल उपकरणों में से एक हैं।

अधिकांश सामान्य रूप से ज्ञात आक्रामक पौधों का उपचार केवल दो शाकनाशियों- ग्लाइफोसेट (राउंडअप और रोडियो में सक्रिय घटक) और ट्राइक्लोपायर (ब्रश-बीगॉन और गार्लोन में सक्रिय घटक) का उपयोग करके किया जा सकता है। ग्लाइफोसेट गैर-चयनात्मक है, जिसका अर्थ है कि यह संपर्क में आने वाली हर चीज को मार देता है। ट्राइक्लोपायर चयनात्मक है और मोनोकॉट्स (घास, ऑर्किड, लिली, आदि) को नुकसान नहीं पहुँचाता है।

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