पूर्व साधकों ने खोला आसाराम के आश्रम के खिलाफ मोर्चा

शाहजहांपुर , आसाराम बापू की करतूतों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली बिटिया का शहर भी आखिरकार उसके साथ आ खड़ा हुआ। अधिकांश उसके पक्ष में पहले ही थे, जो शेष थे उन्होंने गुरुवार को आसाराम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कलेक्ट्रेट पर धरना देकर रुद्रपुर स्थित आश्रम बंद कराने की मांग उठाई। डीएम को ज्ञापन सौंपकर तुरंत कार्रवाई की मांग की। इस दौरान सीबीआइ जांच का मुद्दा भी गूंजा।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने वालों में अधिकांश आसाराम के पूर्व साधक व रुद्रपुर आश्रम के सेवादार शिवनाथ ही थे। इस दौरान वक्ताओं ने आसाराम के कृत्यों पर जमकर भड़ास निकाली। कहा कि संत का वेश धारण कर आसाराम ने हिंदू धर्म व संस्कृति को कलंकित किया है। पूर्व साधक प्रेमचंद्र, संजय कश्यप, संजय गुप्ता, वीरेंद्र सिंह और कृपाल सिंह आदि ने कहा कि कोर्ट में आसाराम के कृत्यों का कच्चा चि_ा खुल गया है। अब स्वार्थी लोग ही आसाराम के साथ रह गए हैं। वक्ताओं ने कहा कि जिस रोग से आसाराम ग्रस्त हैं, वह समाज के लिए अभिशाप है। उनका समर्थन करने वालों को अब भी चेत जाना चाहिए।
संयुक्त व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष प्रकाश गुप्ता ने कहा कि यदि प्रशासन ने समय रहते आसाराम के आश्रम में संचालित गतिविधियों को नहीं रोका तो स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। प्रदर्शनकारियों ने डीएम को तीन सूत्रीय ज्ञापन भी दिया। इसमें रुद्रपुर आश्रम को बंद कराने, आसाराम के खिलाफ सीबीआइ जांच, आसाराम की पूजा बंद कराए जाने की मांग हैं।

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