वर्तमान नेशनल ड्रग नीतियों में पारित फंड कम करना चाहते हैं पोईलीव्रे

- एनडीपी प्रमुख जगमीत सिंह का कहना है कि पीयरे पोईलीव्रे इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं

Poilievre wants to reduce funds passed in the current national drug policies

Poilievre wants to reduce funds passed in the current national drug policies
Poilievre wants to reduce funds passed in the current national drug policies

टोरंटो। एक बार फिर से देश का राजनैतिक माहौल गर्माता नजर आ रहा हैं, जब देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के नेता पीयरे पोईलीव्रे ने मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही अपनी चालू ड्रग नीति के लिए फंड को कम करें, इसके स्थान पर केंद्र सरकार को उपचार के साधनों में और अधिक विकास करने के लिए योजनाएं बनानी चाहिए और इस फंड से बचे हुए धन को इसमें निवेश करना चाहिए। पीयरे का यह भी कहना है कि इस नीति में केंद्र सरकार बहुत अधिक गड़बड़ी कर रही हैं और समय से इसकी पूर्ण जांच की जाएं तो सभी प्रकार की गड़बड़ी स्पष्ट हो सकेगी।

उनका यह भी कहना है कि यदि उनकी सलाह मानी जाएं तो भविष्य में इस योजना के लिए और अधिक धन जारी करने के स्थान पर उपचार सुविधाओं को बढ़ाने के लिए नए निवेश पारित करने चाहिए, जिसका मूल लाभ आम कैनेडियनस को होगा। पोईलीव्रे का यह भी मानना है कि केंद्र सरकार को भी हारवेस्ट हाऊस मिनीस्ट्रीज के औटवा ड्रग टीटमेंट योजना को संचालित करना चाहिए, इस योजना में 16 से 30 वर्ष के लोगों को अगले 24 घंटों तक अस्पताल में रखकर उनसे पूर्ण रुप से नशे की आदत छुड़वाने के लिए प्रयास किए जाएं, जिससे वह समाज में एक अच्छा व्यक्ति बनकर जाएं और भविष्य में कभी भी इसका आदि न बन सके।

नॉर्थन मनीटोबा की महिला ने पहली बार जीता मिस इन्डीजिनीयस कैनेडा का खिताब

ज्ञात हो कि फैक्लटी के निदेशक डेनियल क्रेपाउल्ट का भी कहना है कि उन्हें भी सेफर सप्लाई से कोई परेशानी नहीं अपितु उसके स्थान पर लोगों को उचित ईलाज दिया जाएं। उनका यह भी मानना है कि जिन लोगों को सुरक्षित आपूर्ति की जाती हैं उन्हें उचित उपचार की भी आवश्यकता हैं जिसे नकारा नही जा सकता। उन्होंने यह भी माना कि लोगों को यह समझना होगा कि इस समस्या का उपचार दीर्घ कालीन ईलाज नहीं बल्कि कम समय में उचित ईलाज हैं जिससे इसका निपटान जल्द से जल्द हो जाता हैं। नशे के आदि व्यक्ति को इससे जल्द से जल्द छुटकारा मिल जाता हैं।

पोईलीव्रे का यह भी मानना है कि वास्तव में केंद्र सरकार को इस समस्या के बारे में उचित जानकारी नही, उन्होंने यह भी माना कि अभी भी इस समस्या का सटिक समाधान किसी के पास भी नहीं। किसी भी नशे के आदि की तबीयत बिगड़ते ही फौरन 1-800 पर कॉल कर दी जाती हैं और उसे अपने परिजनों से दूर ले जाकर उपचार प्रक्रिया चालू कर दी जाती हैं। लेकिन उनका यह भी मानना है कि इस समय ऐसे मरीजों का केवल उपचार ही नहीं अपितु उन्हें मानसिक तौर पर मजबूत बनाना भी कारगर उपाय हैं। जिससे ही इस समस्या को उचित प्रकार से हल किया जा सकता हैं।

कैनेडियन सीनियर्स हैं धनी, सोच समझकर दे उन्हें डिस्काउन्ट्स : लॉरा बैकस्ट्रॉम

पीयरे ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने सालों पहले आरंभ की यह योजना उचित मानकर जनता पर थोप दी और अभी भी इसे उचित मानते हुए इसमें बदलाव करने के लिए स्पष्ट रुप से मना कर दिया। जबकि सरकार की नई ड्रग पॉलिसी पर की गई घोषणा का उन्होंने आपत्तिपूर्ण जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए उचित नीतियां ही अपनाना अंतिम उपाय होगा।

You might also like

Comments are closed.