कांटे की टक्कर के मध्य एनडीपी ने जीता ब्रिटीश कोलम्बिया चुनाव

NDP wins British Columbia election amid close contest

– एनडीपी और बी.सी.कंसरवेटिवस को क्रमश: 46 और 45 सीटें मिली
– एनडीपी के जॉन हर्गन होंगे ब्रिटीश कोलम्बिया के नए प्रीमियर

NDP wins British Columbia election amid close contest
NDP wins British Columbia election amid close contest

टोरंटो। एनडीपी के जॉन हर्गन के लिए समय से पूर्व चुनाव करवाना फायदे का सौदा साबित हुआ, उनकी पार्टी को बहुमत मिल गया हैं, लेकिन अंतिम चुनाव परिणाम आगामी 11 नवम्बर को आएंगे। गौरतलब है कि ब्रिटीश कोलम्बिया के प्रांतीय चुनावों में परिणाम आने के बाद और अधिक दुविधापूर्ण स्थिति बन गई हैं, राज्य की किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया हैं।

ज्ञात हो कि एनडीपी को सबसे अधिक सीटें तो मिली लेकिन वे अभी भी पूर्ण बहुमत का आंकड़ा नहीं प्राप्त कर सकी, इस चुनाव परिणाम में जहां न्यू डेमोक्रेटस को 46 सीटें मिली हैं, वहीं बी.सी. कंसरवेटिवस को 45 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा और ब्रिटीश कोलम्बिया की ग्रीन पार्टी 2 सीटों पर ही अपनी जीत हासिल कर सकी। जबकि किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 47 सीटें जीतनी आवश्यक होती हैं।

शनिवार तक प्राप्त रुझानों में अभी तक डाकीय मतगणना और अन्य कुछ सीटों के लिए यह दावां किया जा रहा हैं कि एनडीपी को और सीटों पर बढ़त मिल सकती हैं। चुनाव प्रबंधन अधिकारियों के अनुसार जुआन डी फुका-मालाहट और सुरी सिटी सेंटर की गणनाओं पर ही पूरे चुनाव परिणाम का आधार टिका हुआ हैं, जिनके परिणामों की स्पष्टता के बाद ही यह पता चल जाएंगा कि कौन सी पार्टी बहुमत में आई हैं अथवा पेंच अभी भी फंसा हुआ हैं।

सभी सफल उम्मीदवार विभिन्न राजनीतिक पृष्ठभूमियों से आते हैं, जो न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी और कंसरवेटिव पार्टी दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन उम्मीदवारों ने स्वास्थ्य सेवा में सुधार, आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन और अप्रवासी समुदायों के लिए आर्थिक समर्थन जैसे मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा, जिसमें जनता ने उन्हें एक बार फिर से सत्ता संभालने का अवसर प्रदान किया।

जानकारों का यह भी मानना है कि यदि परिणामों की स्थितियां यूं ही बनी रही तो सभी की नजरें ग्रीन पार्टी के ऊपर होगी और वे जिन्हें समर्थन देंगे उसकी सरकार बन जाएंगी। वहीं जीतें हुए उम्मीदवारों का कहना हैं कि फस्र्ट नेशन के मुद्दों को महत्व देना ही उनकी जीत का सहीं कारण बना, लोगों को अब फस्र्ट नेशन के लोगों की महत्ता समझ आ रही हैं और जो भी पार्टी उनके मुद्दों को महत्व दे रही हैं, उसी की जीत पक्की हुई।

इस बार के चुनावों में भी स्थानीय मुद्दे अधिक महत्वपूर्ण रहें। इस बार के चुनाव में बी.सी.न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी और बी.सी.कंसरवेटिव पार्टी ने अपने 93 उम्मीदवार उतारे हैं जबकि बी.सी.ग्रीन पार्टी के 69 उम्मीदवारों को भी सुनिचित किया गया हैं। वहीं 40 उम्मीदवार स्वतंत्र रुप से इस चुनाव में खड़े हुए हैं वहीं 14 उम्मीदवारों ने अभी तक अपनी मान्यता को स्पष्ट नहीं किया हैं। इसके अलावा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ बी.सी., क्रिस्टीयन हैरीटेज पार्टी और फ्रीडम पार्टी जैसी अन्य पार्टियों के उम्मीदवार भी इस चुनाव में खड़े हुए हैं।

बी.सी.एनडीपी ने अपने उम्मीदवारों से अपील करते हुए कहा कि चुनाव से पूर्व किसी भी अन्य पार्टी में शामिल होना और चुनाव लडऩे की इच्छा का त्यागना बहुत गलत होगा, इससे उम्मीवारों को बचना चाहिए, सूत्रों के अनुसार यह सुनने में आ रहा था कि कुछ कंसरवेटिवस उम्मीदवार एनडीपी के उम्मीदवारों को पार्टी छोड़कर चले जाने के लिए उत्साहित कर रहे हैं, तभी पार्टी प्रमुख ने अपने उम्मीदवारों को इस संबंध में कोई भी अनुचित कदम उठाने से मना किया।

उन्होंने वर्ष 2020 के अमेरिकी चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे डोनाल्ड ट्रंप के अन्य पार्टी उम्मीदवारों के कारण ही वे वर्ष 2020 का चुनाव हार गए थे, जिन्होंने ऐन मौके पर पार्टी को समर्थन देने से मना कर दिया था, यह बाद में पार्टी की छवि को बिगाड़ गया और उम्मीदवारों को भी इसके लिए बहुत अधिक खतरे का सामना करना पड़ा।

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