‘मोदी को टॉयलेट प्रोजेक्ट का ब्रांड एंबेसडर बनाए कांग्रेस’ : शिवसेना
मुंबई। भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी शिवसेना ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के ‘शौचालय पहले और मंदिर बाद में’ वाले बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह ‘जय श्री राम’ की बजाए ‘जय जयराम’ का नारा बुलंद कर रहे है। शिवसेना ने अपने मुख पत्र ‘सामना’ में आज कहा कि मोदी वही बाते कर रहे है जो कुछ समय पहले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे में कांग्रेस को मोदी को शौचालय परियोजना का ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहिए और इसके बदले में बीजेपी को बड़ा मेहनताना देना चाहिए। पत्र में कहा गया है कि रमेश ने इससे पहले जब इस तरह की बात कही थी तो बीजेपी के साथ ही विश्व हिंदू परिषद और संघ परिवार ने उनकी आलोचना की थी। लेकिन अब बीजेपी के नेताओं को ही इस तरह के बयान पर अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बयान का बचाव कर रहे है। पत्र में कहा गया है कि ‘शौचालय पहले और मंदिर बाद में’ जैसी टिप्पणी करके मोदी ने साहस का परिचय दिया है। शिवसेना का कहना है कि यह आश्चर्य की बात है कि कांग्रेस इसके लिए मोदी पर हमला कर रही है जबकि मोदी ने कांग्रेस के जयराम की बात को आगे बढ़ाया है। सामना ने शिवसेना ने कहा कि मोदी की टिप्पणी से ऐसा लगता है कि बीजेपी अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के संपर्क नहीं है। शिवसेना का कहना है कि इस बयान ने बीजेपी के सामने संकट खड़ा कर दिया है। मोदी को इस पर कड़ी आलोचना सहन करनी पड़ेगी। इस प्रकरण पर अभी बहुत कुछ समझने की जरूरत है और शायद बीजेपी भी अब तक यह नहीं समझ पा रही है कि मोदी इस तरह की बात करके क्या साबित करना चाहते है। पत्र में आगे लिखा है कि तस्वीर यह है कि मोदी आगे चल रहे हैं और बीजेपी उसके पीछे है। हम सब अब असमंजस की स्थिति में है। अब हम सबको शौचालय बनाने के काम में जुट जाना चाहिए और जहां तक मंदिर निर्माण के कार्य का सवाल है इस बारे में बाद में सोच लिया जाएगा। संपादकीय में आगे कहा गया है अगर मोदी और रमेश को अवैध रूप से बनी मस्जिदों और मदरसों की जगह स्कूल और सार्वजनिक सुविधा के स्थल बनाने चाहिए।
Comments are closed.