फिलीस्तीनी सिम्बल केफिय़ेह पर निर्धारित पोलिसी के बचाव में आगे आएं वैनकुअर पब्लिक लाईब्रेरी प्रमुख
Vancouver Public Library head comes forward to defend policy on Palestinian symbol keffiyeh
Toronto News Today : टोरंटो। वैनकुअर पब्लिक लाईब्रेरी के प्रमुख ने गत दिनों 800 स्टाफ द्वारा वीयर किए गए विवादित चिन्ह पर सवाल उठाने पर आपत्ति जताई हैं। वीपीएल के कार्यकारी प्रमुख लाईब्रेरियन और सीईओ डान ईबे ने सोमवार को मीडिया में दिए अपने साक्षात्कार में स्पष्ट कहा कि जब राजनैतिक सिम्बल सभी के लिए कार्य स्थल पर सुरक्षित और सम्मान जनक हो सकता हैं तो अन्य चिन्हों पर आपत्ति क्यों उठाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम किसी भी एक विशेष चिन्ह के समर्थक नहीं अपितु हमारा लक्ष्य यह है कि जब कोई व्यक्ति किसी सिम्बल के पहनने से संतुष्ट रुप से कार्य करता हैं तो उसे मानसिक रुप से क्यों तंग करना, उसे कार्य स्थल पर उन्मुक्त वातावरण में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
वीपीएल सीईओ और मुख्य लाईब्रेरियन क्रिस्टीना डी कास्टेल ने इस संबंध में आयोजित एक बैठक में भी यहीं माना कि जब देश में कई संबंधित सिम्बलों के प्रयोग पर कोई रोक या नियंत्रण नहीं तो फिलीस्तीनी समर्थक को दर्शाने वाले चिन्हों पर आपत्ति क्यों जताई जा रही हैं, यह भी एक प्रकार का शांति प्रदर्शन हैं जिसके लिए लोगों पर किसी भी तरह की कोई अनिवार्यता नहीं थोंपी जा रही। वीपीएल बोर्ड ने सभी प्रकार के चिन्हों के साथ कार्य स्थल पर प्रवेश की अनुमति जारी की हैं।
पिछले दिनों ईबे ने बताया कि कार्य स्थल पर किसी भी प्रकार के राजनैतिक चिन्ह के प्रयोग पर अनुमति नहीं दी गई, जिससे यह संदेश सभी को मिले कि कार्यस्थलों पर या तो किसी भी चिन्ह की अनुमति न हो या सभी चिन्हों को सम्मान मिलें। गौरतलब है कि गत दिनों फिलीस्तीन – इजरायल का युद्ध विराम हो गया हैं। परंतु गत 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले और उसके जवाब में गाजा पर इजरायल की बमबारी के बाद से, केफिय़ेह ने संयुक्त राज्य अमेरिका में अधिक ध्यान आकर्षित किया है।
थैंक्सगिविंग सप्ताहांत में, वर्मोंट में फिलिस्तीनी मूल के तीन छात्रों को गोली मार दी गई – उनमें से दो केफिय़ेह पहने हुए थे। केफिय़ेह, जिसे हट्टा के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक अरब हेडड्रेस है। ऐतिहासिक रूप से, इसे ऐतिहासिक फि़लिस्तीन में खानाबदोश समुदायों – या बेडौइन – द्वारा पहना जाता था। यह आम तौर पर कपास से बना होता है और विशिष्ट बुने हुए पैटर्न से सजाया जाता है। यह कई रंगों में आता है, हालाँकि पिछली सदी में, काला और सफ़ेद वाला फि़लिस्तीनियों का पर्याय बन गया है। 20 नवंबर को पश्चिमी तट के कब्जे वाले शहर हेब्रोन में केफियेह बनाने वाली एक कपड़ा फैक्ट्री में एक कर्मचारी अतिरिक्त तार काट रहा है।
कुछ लोगों का कहना है कि केफिय़ेह पर बने पैटर्न फिलिस्तीनी जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतीक हैं: किनारों पर बनी मोटी काली धारियां ऐतिहासिक व्यापार मार्गों का प्रतीक हैं जो फिलिस्तीन से होकर गुजरते थे; मछली जाल जैसी डिजाइन भूमध्य सागर के साथ फिलिस्तीनियों के संबंधों को दर्शाती है; और घुमावदार रेखाएं जैतून के पेड़ों जैसी दिखती हैं, जो फिलिस्तीनियों के लिए गर्व का एक प्रमुख बिंदु है।
हालांकि इनमें से किसी भी दावे को ऐतिहासिक साक्ष्यों द्वारा समर्थित नहीं किया जा सकता है, लेकिन पिछले 10 वर्षों में प्रवासी फिलिस्तीनियों ने अपने केफियेह के पैटर्न के पीछे के अर्थ को अपना लिया है। मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में फिलिस्तीनी पोशाक विशेषज्ञ और वरिष्ठ शोध फेलो वफ़ा घनायम ने कहा, ‘मेरे शोध और मेरे अनुभव में, 19वीं सदी के केफिय़ेह के साथ अक्सर बातचीत करते हुए, मैं अक्सर कई तरह के रंग देखता हूँ।’ ‘मैं आज की तरह सफ़ेद-काला देखता हूँ, लेकिन हरा भी। और कभी-कभी मैं सोने और लाल रंग के धागे भी देखता हूँ। वास्तव में 1930 के दशक तक हम केफिय़ेह के अर्थ में बदलाव नहीं देख पाते, स्काफऱ् में पैटर्निंग से नहीं, बल्कि इसके उपयोग से।’ इस तरह की और अधिक कहानियों के लिए हर दिन यहां या अपने स्थानीय सदस्य स्टेशन पर ऑल थिंग्स कंसिडर्ड सुनें ।
उस समय, सशस्त्र प्रतिरोध का अधिकांश हिस्सा गांवों में हो रहा था, और लड़ाके अपनी विशेषताओं को छिपाने के लिए केफिय़ेह का इस्तेमाल करते थे – जिससे क्रांति से जुडऩे में मदद मिलती थी। क्रांति के नेताओं ने क्रांतिकारियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए पुरुषों को केफिय़ेह पहनने का आदेश जारी किया और ताकि अंग्रेज़ लड़ाकों को दूसरों से अलग न कर सकें।
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अनेक फिलिस्तीनियों के बीच यह अप्रमाणिक कहानी है कि अराफात ने अपने केफियेह को इस प्रकार मोड़ा था कि वह उन्हें येरुशलम के डोम ऑफ द रॉक की याद दिलाता था, तथा साइड पैनल को इस प्रकार लटकाया था कि वह फिलिस्तीन के ऐतिहासिक मानचित्र जैसा दिखता था। लगभग उसी समय, फेदायीन – राष्ट्रवादी फिलिस्तीनी उग्रवादियों के लिए प्रयुक्त शब्द – केफियेह पहनकर छापामार अभियान चलाते थे।