पाकिस्तान आज भी भारत में आतंकवाद का समर्थक
वॉशिंगटन ,पाकिस्तान आज भी भारत में आतंकवादी संगठनों के माध्यम से आतंकवादी कार्रवाई का समर्थक है और नवाज शरीफ के सत्ता में आने के बाद भी उसका यह समर्थन जारी है। यह बात पेन्टागन के चोटी के एक भूतपूर्व अधिकारी तथा रक्षा विशेषज्ञ ने अमेरिकी कांग्रेस में कही है।
पेन्टागन से रिटायर जनरल जैक कीन ने जो अमेरिका के इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडी ऑफ वॉर के बोर्ड के चेयरमैन को कहा कि पाकिस्तान न केवल भारत में आतंकवाद का समर्थन कर रहा है बल्कि अफगानिस्तान में भी अमेरिका तथा नाटो के विरुद्ध तालिबान तथा हककानी नेटवर्क का समर्थन जारी रखे हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सेना तथा उसका हित सबसे ऊपर है और सरकार न केवल कमजोर बल्कि भ्रष्ट भी है। ऐसी सरकार से अधिक उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। वहां की अर्थव्यवस्था वहां के टैंको में है और उस देश से हमें केवल आतंकवाद तथा परमाणु अस्त्नों की होड मिली है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादियों के सुरक्षित स्थान बने हुए हैं अंत: अमेरिकी सेना को पाकिस्तान के भीतर घुसकर हककानी नेटवर्क पर हमला करने की छूट मिलनी चाहिए। कांग्रेस की महिला सदस्य इलेना रोस लेटिनेन ने रक्षा विशेषज्ञ कीराय के विपरीत कहा कि अफगानिस्तान में सुरक्षा तथा स्थिरता के लिए पाकिस्तान की अधिक प्रभावी तथा सार्थक भूमिका होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि तालिबान, अलकायदा तथा हककानी नेटवर्क ने पाकिसतान के सीमावर्ती क्षेत्नों का उपयोग अफगानिस्तान के भीतर अपनी आतंकवादी कार्रवाई के लिए किया है और पाकिस्तानी गुप्तचर संगठन तथा वहां की सेना ने इसका अधिक प्रतिरोध नहीं किया।
पाकिस्तान क्षेत्र की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है और हमें उसकेसाथ काम भी करना चाहिए किन्तु इस उम्मीद में कि उस देश के प्रधानमंत्री हमारे साथ रहेंगें। उन्हें अरबों डॉलर देते रहने का काम बंद करना चाहिए। 1हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पाकिस्तान सीमावर्ती क्षेत्नों में आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को खत्म करने के लिए कुछ कर रहा है।
Comments are closed.