अमेरिका ने गूगल और याहू के डाटा केंद्रों में भी लगाई सेंध

सैन फ्रांसिस्को,अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) गोपनीय जानकारियां इक_ा करने के लिए गूगल और याहू के डाटा केंद्रों को हैक करती आ रही है। यह ताजा खुलासा बुधवार को वाशिंगटन पोस्ट ने किया है।
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में पूर्व सीआइए कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों के हवाले से बताया कि इन दोनों इंटरनेट कंपनियों के नेटवर्को से लाखों रिकार्ड प्रतिदिन चोरी किए जाते थे। रिपोर्ट के अनुसार एनएसए सर्वर को हैक करने के स्थान पर गोपनीय जानकारियां उसी समय हासिल कर लेता है जब वो डाटा के रूप में ऑप्टिकल फाइबर केबल के जरिए किसी नेटवर्क डिवाइस से सर्वर तक यात्रा कर रही होती हैं। एजेंसी ने जो जानकारियां जुटाई थीं उसमें मेटा डाटा से लेकर टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो तक शामिल थे, जिसे बाद में एनएसए के प्रोग्राम मसक्यूलर से प्रोसेस किया गया।
इस खुलासे के बाद गूगल के मुख्य कानूनी अधिकारी डेविड ड्रमंड ने कहा कि सरकार ने हमारे निजी फाइबर नेटवर्क से जिस तरह डेटा इक_ा किया है उससे हम खासे नाराज हैं। इसमें तत्काल सुधार की जरूरत है। गूगल ने इस कार्यक्रम के प्रति अपनी अनभिज्ञता भी जताई है। पोस्ट द्वारा खुलासा किए जाने के बाद एनएसए के प्रवक्ता ने बयान जारी कर अखबार की रिपोर्ट को झूठ करार दिया है। बयान में कहा गया कि इस प्रकार से बड़ी संख्या में अमेरिकियों के डाटा इक_ा करने का दावा पूरी तरह झूठ पर आधारित है। इस बीच वाशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान एनएसए प्रमुख जनरल कीथ एलेक्जेंडर ने इस रिपोर्ट के प्रति अपनी अनभिज्ञता जाहिर की लेकिन कहा कि मैं तथ्यों के आधार पर यह बता सकता हूं कि गूगल और याहू सर्वर तक हमारी पहुंच नहीं है। गौरतलब है कि मित्र देशों सहित 35 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के फोन की निगरानी किए जाने का खुलासा होने होने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अमेरिका के प्रति नाराजगी है।

 

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