अफ्रीका के पचास दिग्गज दौलमंदों में तीन भारतीय
न्यूयॉर्क ,अफ्रीकी महाद्वीप के 50 सबसे बड़े धनकुबेरों में भारतीय मूल के तीन उद्योगपति भी शामिल हैं। जानी-मानी पत्रिका फोर्ब्स ने अफ्रीका के अमीरों की यह सूची जारी की है। फोर्ब्स का कहना है कि शेयर बाजारों में तेजी और नए कारोबारी सौदों से महाद्वीप में अरबपतियों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
फोर्ब्स की इस सूची में भारतीय मूल के विमल शाह, सुधीर रुपरेलिया और नौशाद मेराली शामिल हैं। इस सूची में सीमेंट उत्पाद समूह के प्रमुख एलिको डैंगोटो को 20.8 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ शीर्ष अफ्रीकी दौलतमंद करार दिया गया है। सूची में पहली बार शामिल हुए विमल शाह 1.6 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 18वें स्थान पर रहे। भारतीय मूल के केन्याई नागरिक 53 वर्षीय शाह विडको ऑयल रिफाइनरी के सीईओ हैं। यह कंपनी पूर्वी और मध्य अफ्रीका की सबसे बड़ी खाद्य तेल उत्पादक है। साथ ही समूह साबुन और बेकिंग पाउडर का भी निर्माण करती है। शाह ने वर्ष 1985 में अपने पिता और बड़े भाई के साथ साबुन का उत्पादन शुरू किया था। वर्ष 2002 में उन्होंने यूनिलीवर के अफ्रीकी खाद्य तेल कारोबार का अधिग्रहण किया।
वहीं, सुधीर रुपरेलिया 1.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 24वें सबसे रईस अफ्रीकी हैं। वह यूगांडा में संपत्ति एवं बैंकिंग कारोबार से जुड़े रुपरेलिया समूह के प्रमुख हैं। समूह का क्रेन बैंक युगांडा का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है। सूची में 48वां स्थान हासिल करने वाले 62 वर्षीय नौशाद मेराली 43 करोड़ डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं। नौशाद द्वारा स्थापित समीर समूह निर्माण, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार और वित्तीय सेवा कारोबार से जुड़ा है। फोर्ब्स ने तीसरे साल अफ्रीका के अमीरों की सूची जारी की है। अफ्रीका के 50 धनकुबेरों की कुल संपत्ति 103.8 अरब डॉलर है।
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