भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर को शीर्ष प्रवासी सम्मान
वाशिंगटन , भारतीय मूल के एक अमेरिकी डॉक्टर को उनकी बेहतरीन उपलब्धियों के लिए अमेरिकी सरकार का महत्वपूर्ण प्रवासी पुरस्कार प्रदान किया गया है। फिलहाल, वाल्टर रीड नेशनल मिल्रिटी मेडिकल सेंटर में ट्रांसप्लांट सर्जन और यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में सर्जरी के प्रोफेसर के तौर पर काम कर रहे डॉ़ राहुल जिंदल को कल आउटस्टैंडिंग अमेरिकन बाइ वाइस अवार्ड से नवाजा गया।
अमेरिकी नागरिकता और आप्रवास सेवाओं की उप निदेशक लोरी सियाला ने डॉक्टर जिंदल को सम्मान से नवाजते हुए कहा कि जिंदल ने 2009 में थैंक्सगिविंग डे पर वाल्टर रीड एएमसी में महत्वपूर्ण सर्जरी में चिकित्सा टीम में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि जिंदल ने दक्षिण अमेरिका के गुयाना में एक पहले समग्र किडनी डायलिसिस एंड ट्रांसप्लांट प्रोग्राम की शुरुआत की है, जहां उनकी टीम साल में चार बार आती है।
जिंदल नेशनल ब्लड एंड बोन मैरो ड्राइव कैम्पेन के निदेशक भी हैं। पूरी उत्तरी अमेरिका में चल रहे इस अभियान के प्रायोजक करीब 600 हिन्दू मंदिर हैं। अहमदाबाद में जन्मे जिंदल ने 6 साल ब्रिटेन में बिताए और फिर अमेरिका आ गए। इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित होने वाले भारतीय अमेरिकियों में इंदिरा नूयी, रेणु खटोर, विवेक वाधवा और अमरप्रीत एस साहनी प्रमुख हैं।
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