वैंकूवर में अब डोरनॉब की जगह लीवर

वैंकूवर,अपनी शुरूआत में भले ही यह कदम मामूली लगे लेकिन इसका मकसद नेक है और यही वजह है कि वैंकूवर से होता हुआ यह कदम ब्रिटिश कोलम्बिया, कैनेडा और धीरे-धीरे समूचे विश्व के सफर में बदल सकता है।
दरअसल, वैंकूवर सिटी ने अपने बिल्डिंग कोड में बदलाव लाते हुए तय किया है कि मार्च 2014 से सभी नए भवन निर्माणों में दरवाजों को खोलने-बंद करने के लिए डोरनॉब की बजाय लीवर लगाए जाएं।
यहां तक कि वैंकूवर काउंसिल ने सितम्बर में संशोधित हुए बिल्डिंग कोड में अन्य सभी बातों के अलावा आगामी भवन-निर्माणों में घुमा कर खोलने वाले पानी के नलों के लिए भी लीवर का प्रावधान किया है। डोरनॉब की बजाय लीवर को प्राथमिकता देने के पीछे वजह गठिया, वृद्धावस्था या किन्हीं और कारणो से कमजोर पकड़ वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखा जाना है।
किसी के लिए यह दरवाजों को खोलने-बंद करने का एक सामान्य उपकरण है तो किसी के लिए किसी इमारत के प्रवेशद्वार से हाथ मिला कर परिचय बढ़ाने का पहला मौका! कोई इसे कला का बेहतरीन नमूना मान सकता है तो कोई इन्हें दरवाजों का एक जरूरी हिस्सा भर मानता है। बहरहाल, डोरनॉब वाले किसी भी दरवाजे को खोलने या पानी के नल को घुमा कर खोलने-बंद करने जितना मामूली काम उनके लिए खास तकलीफदेह हो सकता है, किन्हीं कारणों से जिनके हाथों की पकड़ कमजोर है।
खत्म होने लगी व्यावहारिकता
एंटीक डोरनॉब कलेक्टर्स ऑफ अमेरिका संस्था के अध्यक्ष एलेन जोसलीन के अनुसार जब लोग उनसे पूछते हैं कि पहला डोरनॉब कब बनाया गया तो मेरा जवाब होता है कि पहले आप बताइए पहला दरवाजा कब बना? डोरनॉब का पहला अविष्कार विलुप्त इतिहास का हिस्सा हो चुका है। प्राचीन काल से लोग दरवाजा खोलने-बंद करने के लिए लकड़ी के हैंडल, लोहे की सलाख, चमड़े के पट्टों, तार, अल्पविकसित सिटकनी सहित जो कुछ भी उपलब्ध था, उसका उपयोग करते आए हैं।
अब डोरनॉब से आम आशय वृत्ताकार घुमाए जाने वाली यांत्रिक युक्ति से लगाया जाता है। यूएस में पहले प्रेसिंग ग्लास डोरनॉब का यांत्रिक पैटेट पिट्सबर्ग के जॉन पी बैकवेल के नाम है। अमेरिका में डोर-लीवर की बजाय परम्परागत रूप से डोरनॉब का अधिक प्रयोग होता आया है, जबकि यूरोप में लीवर को प्राथमिकता मिलती रही है।
हालांकि डोरनॉब को ऑपरेट करने में बुजुर्गो या हाथों की कमजोर पकड़ वालों की दिक्कतों को देखते हुए अब अमेरिका में भी कई व्यावसायिक और वाणियिक इमारतों के दरवाजों पर लीवर को प्राथमिकता दी जाने लगी हैं क्योंकि नॉब की तुलना में लीवर पर पकड़ आसान होती है।
इनका गया ध्यान
कैनेडा की सिटी काउंसिल ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए आगामी भवन-निर्माणों में हर दरवाजे को खोलने-बंद करने के लिए डोरनॉब की बजाय डोर लीवर का उपयोग अनिवार्य करना सुनिश्चित कर दिया है।
पिछले वर्ष सितम्बर माह में यह निर्णय लिया गया था और मार्च 2014 के बाद सभी नए बने भवनों में यह लागू हो जाएगा। हालांकि पुराने भवनों को फिलहाल इस नियम से दूर रखा गया है, लेकिन बिल्डिंग कोड विशेषज्ञों का कहना है कि धीरे-धीरे पुराने भवन भी इस चलन को अपना लेंगे। गौरतलब है कि अनिर्वाय फव्वारा सिस्टम, ऊर्जा दक्षता अनुपालन या मौजूदा इमारतो की पहुंच बढ़ाना जैसे कई बिल्डिंग कोड पहले वैंकवूर ने अपनाए और बाद में ब्रिटिश कोलम्बिया और कैनेडा ने भी उन्हें लागू किया।

सबके लिए फायदेमंद
सर्वत्र सुलभ आबादी को ध्यान में रखते हुए भविष्य के लिए कदम उठाने चाहिए। जिस तरह फुटपाथ या चौराहों के कोने काट दिए जाने से बुजुर्गो, दृष्टिदोष से ग्रस्त लोगों, बचों आदि को आसानी हो गई, उसी तरह हर डोरनॉब को लीवर में बदलने का कदम माना जा रहा है। चमकती रोशनी के साथ फायर-अलार्म ऐसे सार्वभौमिक डिजाइन का दूसरा उदाहरण है, जिससे बधिर लोगों तक भी आग लगने का संकेत पहुंच जाता है।
इसी तरह कई रेस्टोरेंट्स में खाने वाली सफेद प्लेटों या मेजपोशों के किनारों पर अकसर रेखाएं खिंची हुई मिलती हैं, ताकि कम दृष्टिदोष वालों को आसानी से पता चल जाए कि प्लेट कहां खत्म होती है और मेजपोश कहां शुरू होता है। कुछ इसी तर्ज पर वैंकूवर ने निजी हो या सार्वजनिक, सभी इमारतों के दरवाजों के लिए डोर-नॉब की बजाय लीवर को प्राथमिकता दी है।

वैंकूवर का सिटी हॉल
शहर की इमारतों के दरवाजों को डोरनॉब से लीवर की तरफ ले जाने के लिए वैंकूवर कितना गंभीर है, इसका ही एक उदाहरण है कि पिछले वर्ष सितम्बर में बिल्डिंग कोड में संशोधन से भी पहले शहर का रख-रखाव करने वालों ने 1936 में बने ऐतिहासिक विरासत समझे जाने वाले सिटी हॉल के पीतल की नोब वाले वीसीएच अलंकृत कलात्मक डोरनॉब को बड़ी खामोशी से हटा कर उसकी जगह सुनहरे रंग का इस्तेमाल में आसान लीवर लगा दिया। जनता, कई नेता और नौकरशाहों की नजर तक इस पर बाद में पड़ी।

सभी के लिए उपयोगी डिजाइन
वैंकूवर के बिल्डिंग कोड में संशोधन और नए भवन निर्माण में डोरनॉब की बजाय लीवर का उपयोग करने से क्या भविष्य में डोरनॉब इंडस्ट्री खत्म हो जाएगी? विशेषज्ञों का कहना है कि एक जीवंत उद्योग बाद में सजावटी डोरनॉब बनाने में जुट जाएगा और उनकी जरूरत खत्म नहीं होगी, भले ही वे मुख्य बाजार से दूर चली जाए। जैसे कम्प्यूटर के अविष्कार के बाद भी टाइपराइटर का वजूद बचा हुआ है।

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