हसीना ने की विपक्ष को गृह मंत्रालय देने की पेशकश
ढाका, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सर्वदलीय अंतरिम मंत्रिमंडल में विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को गृह मंत्रालय सौंपने का प्रस्ताव दिया है। हसीना ने विपक्ष से चुनाव में शामिल होने की अपील भी की है। वेबसाइट ‘बीडीन्यूज२४ डॉट कॉम’ के अनुसार शेख हसीना ने शनिवार को कहा कि हमने काफी समझौते किए हैं। मैंने उनसे संपर्क किया। मुझे लगा कि मुझे समझौता कर लेना चाहिए, लेकिन वह (खालिदा जिया) चुनाव नहीं चाहतीं।
हसीना ने आगे कहा कि आप कितने मंत्री चाहती हैं। यदि आप कहें तो हम आपको गृह मंत्रालय सौंप सकते हैं। आप आइए और चुनाव में हिस्सा लीजिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लगातार विरोध के बावजूद चुनाव अपने निर्धारित समय पर होंगे। निर्वाचन आयोग ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि देश का 10वां संसदीय चुनाव पांच जनवरी २०१४ को होगा।
बीएनपी की अध्यक्ष खालिदा जिया ने शेख हसीना से निर्दलीय कार्यवाहक प्रणाली को फिर से लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो विपक्ष आगामी चुनाव में भाग नहीं लेगा, क्योंकि निर्दलीय कार्यवाहक प्रणाली के बिना चुनाव हुए तो सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं होगी।
दोनों ही पार्टियां चुनाव के समय सरकार गठन को लेकर आपसी गतिरोध समाप्त करने के लिए बातचीत की मांग कर रही हैं, लेकिन मसले को लेकर अब तक कोई प्रगति नहीं देखी गई है।
प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों का स्मारक बना
लंदन, प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना के लिए लडऩे वाले हजारों भारतीय सैनिकों की कुर्बानी को यहां एक स्मारक में जगह दी गई है। बेल्जियम में जिन जगहों पर पहला विश्वयुद्ध हुआ था, वहां की मिट्टी लंदन में एक स्मारक बाग में रखी गई है। इस महायुद्ध में दुनिया भर के सैनिकों के जान गंवाने की याद में ऐसा किया गया है। अगले साल प्रथम विश्वयुद्ध के १०० साल पूरे हो जाएंगे।
इस साल के शुरू में बेल्जियम और ब्रिटेन के १००० से अधिक स्कूली छात्र छात्राओं ने पवित्र मिटटी ७०0 थैलों में एकत्र की। ये थैले शुक्रवार को बेल्जियम नौसेना के युद्धपोत लुइसा मेरी से लंदन पहुंचे। सेना की एक बग्घी में रख कर इन थैलों को कल बकिंघम पैलेस और फिर सेंट पॉल्स कैथ्रेडल ले जाया गया और वहां से मध्य लंदन में स्थित वेलिंगटन बैरक के नए स्मारक बाग पहुंचाया गया।
इस बाग में सबसे पहले ८ साल के एक छात्र पैट्रिक कैसी ने सभी थैलों से थोड़ी थोड़ी मिटटी एक कटोरी में एकत्र की और बाग के मध्य में गॉडर्स चैपल में डाली। नवंबर माह के शुरू में बेल्जियम के वाइप्रेस शहर में महारानी एलिजबेथ और उनके पति युवराज फिलिप (९२) को एक समारोह में थोड़ी सी मिट्टी भेंट की गई थी। उन्हें यह मिट्टी वर्ष १९१४ से १९१८ के बीच चले प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जान गंवाने वाले राष्ट्रमंडल के हजारों सिपाहियों की याद में दी गई।
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