एपल ने खरीदी भारतवंशियों की कंपनी
अमेरिका। दिग्गज कंपनी एपल ने सैन फ्रांसिस्को स्थित टॉप्सी लैब्स को खरीदने की सहमति दे दी है। यह एक सोशल मीडिया एनालिटिक्स फर्म है, जिसे दो भारतीय अमेरिकियों ॠषभ अय्यर घोष और विपुल वेद प्रकाश ने स्थापित की है।
वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार एपल ने इस फर्म को खरीदने के लिए २०० मिलियन डॉलर लगाए हैं। यह कंपनी ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर आंकड़े एकत्र करती है।
टॉप्सी ने हाल ही में ट्विटर के लिए एक मुफ्त सर्च इंजिन की घोषणा की थी। यह २००६ के बाद के ४२५ अरव से ज्यादा ट्वीट्स से जुड़ी प्रवृत्तियों का पता लगाने का काम करता है।
इस कंपनी का मुकाबला डाटासिफ्ट और ग्निप से है। इस समझौते की एपल ने पुष्टि की है लेकिन कीमत और भावी योजनाओं को लेकर कोई भी जानकारी नहीं दी। एपल की प्रवक्ता क्रिस्टीन ह्यूगे का कहना है कि एपल समय-समय पर छोटी तकनीकी कंपनियों को खरीदती रही है और इस बारे में आमतौर पर हम अपने उद्देश्य या योजनाओं की चर्चा नहीं करते हैं।
आईआरएस ने टैगोर को जनवरी २००६ में बिना छुट्टी के अनुपस्थित बताया था। छह माह बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। इसके बाद टैगोर ने एजेंसी के खिलाफ याचिका दायर की थी।
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