रिश्वत नहीं, जरूरतों के लिए लिया कर्ज: वीरभद्र
ऊना,भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शनिवार को सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने टेबल के नीचे से कोई रिश्वत नहीं ली है, बल्कि अपनी निजी जरूरतों के लिए कर्ज लिया है। जिसका भुगतान चेक से हुआ है और वे इसे ब्याज सहित चुका रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सांसद प्रतिभा सिंह के खाते में जिस 50 लाख रुपये के भुगतान की बात कही जा रही है, वह पैसा उन्हें शेयर बेचने के एवज में मिला है।
मुख्यमंत्री ने ऊना जिले के रामलीला मैदान में जनसभा में कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं कि भाजपा या मीडिया क्या कह रहा है, बल्कि उन्हें इसकी चिंता है कि प्रदेश की जनता उनके बारे में क्या कहती है। अगर भाजपा में दम है तो उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाए। इस दौरान धर्मशाला सहित कई जिला मुख्यालयों पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। 10 जनवरी तक चलने वाले इन प्रदर्शनों के बाद राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
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