देवयानी की गिरफ्तारी से भारत-अमेरिका संबंधों को झटका : अमेरिका

devyani-1-1-2014वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इस बात से इत्तेफाक रखता है कि भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी से द्विपक्षीय संबंधों को झटका लगा है।

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने शुक्रवार को कहा, ‘जब आप विदेश मंत्री (जॉन केरी) को किसी चीज पर दुख जताते हुए देखते हैं, तो इसका अर्थ है कि सबकुछ उस तरीके से नहीं हुआ, जैसा कि होना चाहिए था।’ हर्फ की यह टिप्पणी मनमोहन सिंह के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने न्यूयॉर्क में खोबरागड़े की गिरफ्तारी को भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंधों में ‘अस्थाई भटकाव’ बताते हुए कहा था कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कूटनीति को मौका दिया जाना चाहिए।

शुक्रवार को नई दिल्ली में संवाददाताओं के साथ बातचीत में मनमोहन ने कहा, ‘हमारी सरकार दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। हाल ही में इसमें उतार-चढ़ाव रहे हैं लेकिन मेरा मानना है कि यह अस्थाई भटकाव है और कूटनीति को इन मुद्दों को हल करने का अवसर दिया जाना चाहिए।’ 39 वर्षीय देवयानी खोबरागड़े 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं। खोबरागड़े को उनकी नौकरानी संगीता रिचर्ड के वीजा आवेदन में झूठी घोषणाएं करने के आरोप में 12 दिसंबर को न्यूयॉर्क में गिरफ्तार किया गया था। कपड़े उतरवाकर उनकी तलाशी ली गई थी। उनके साथ इस बर्ताव की वजह से भारत में रोष व्याप्त हो गया और सरकार ने जवाबी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राजनयिकों के अतिरिक्त विशेषाधिकार वापस ले लिए थे।

अमेरिका ने इसे सामान्य तौर पर न होने वाली एक घटना बताया है और उसका कहना है कि वह आगे बढ़ना चाहता है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने पिछले माह कहा था, ‘यह सामान्य तौर पर न होने वाली घटना है तथा यह हमारे करीबी और परस्पर सम्मान पर आधारित संबंधों को नहीं दर्शाती।’ हर्फ ने कहा, ‘हमारा ध्यान संबंधों को पुन: मजबूत आधार पर वापस लाने पर पर है। हमें क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ काम करना है।’ अमेरिका संयुक्त राष्ट्र की ओर से मिले उन दस्तावेजों की समीक्षा कर रहा है जो खोबरागड़़े को संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन में स्थानांतरित करने से जुड़े हैं और जिनसे उन्हें राजनयिक छूट मिलनी है।

हर्फ ने कहा, ‘एक न्यायिक और कानूनी प्रक्रिया चल रही है और मैं नहीं कह सकती कि यह कितने समय तक चलेगी। हमारी कूटनीतिक चर्चाएं भी चल रही हैं। आज घोषणा के लिए कुछ भी नया नहीं है।’ उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की अमेरिका की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिसवाल अपनी पहली भारत यात्रा की तैयारी कर रही हैं। उनकी इस यात्रा के कार्यक्रम की घोषणा अभी होनी है। हर्फ ने कहा, ‘हमारी सहायक विदेश मंत्री जल्द ही भारत की यात्रा पर जाने वाली हैं।’

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