जलवायु परिवर्तन पर चिंतित ‘चीन-अमेरिका’
बीजिंग : जलवायु परिवर्तन को लेकर चीन और अमेरिका ने मिलकर काम करने का फैसला किया है. दोनों देश जलवायु में हो रहे वैश्विक प्रभावों को कम करने पर विचार के लिए जल्द ही बैठक करेंगे. यह फैसला इस ओर संकेत करता है कि ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को लेकर दोनों देशों में चिंता है. गौरतलब है कि दोनों देश दुनियाभर में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन करने के मामले में सबसे आगे हैं.
शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की बीजिंग यात्रा के अंतिम दिन संयुक्त रूप से यह बयान जारी किया गया. इसके अनुसार ‘चीन और अमेरिका नीति वार्ता के जरिये सहयोग बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे. इसमें वर्ष 2020 के बाद ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को सीमित करने की योजनाओं को साझा करना भी शामिल है. दोनों पक्ष इस साल के आखिर में आयोजित होने वाले छठे ‘अमेरिका चीन सामरिक और आर्थिक संवाद’ तक इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.’
क्योटो प्रोटोकॉल की जगह नए समझौते पर सहमति बनाने के लिए अगले साल पेरिस में अंतरराष्ट्रीय वार्ता होनी है. यह समझौता दुनिया के सभी देशों पर लागू होगा. क्योटो प्रोटोकॉल एकमात्र कानून है जो औद्यौगिक देशों को कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के लिए बाध्य करता है
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