खुफियागिरी के मामले में ओबामा और उनकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज
केंतुकी। अमेरिका के एक सीनेटर ने ओबामा और उनकी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। केंतुकी से रिपब्लिकन सीनेटर रैंड पॉल ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी द्वारा की गई खुफियागिरी के मामले में ये मुकदमा दायर किया है।
अदालत में दर्ज किए गए मामले में एनएसए पर आरोप लगाया गया है कि वो अमेरिकी संविधान के चौथे संशोधन का उल्लंघन करता है और लाखों लोगों के बारे में मेटाडाटा इकट्ठा करता है। मेटाडाटा जमा करने वाले पता करते हैं कि कौन किसे कब फोन कर रहा है और कितनी बार फोन कर रहा है।
रैंड पॉल और उनके साथियों को उम्मीद है कि एनएसए द्वारा जुटाए गए टेलीफोन आंकड़ों का ये मामला अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा। इस मुकदमे में अमेरिकी राष्ट्रपतिबराक ओबामा, नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक जेम्स क्लैपर और एनएसए के निदेशक कीथ अलेक्जेंडर को चुनौती दी गई है।
वर्जीनिया के पूर्व अटार्नी जनरल केन कुकिनेनी इस मामले के वकील हैं। फ्रीडम वर्क्स समूह के सीईओ और अध्यक्ष मैट किबे भी पॉल के साथ थे। वो ये जानना चाहते थे कि निगरानी संविधान की सीमाओं से बाहर तो नहीं हुई थी।
पॉल ने ये भी कहा कि इसका कोई सबूत नहीं है कि एनएसए की फोन डाटा की निगरानी से आतंकवाद रुका था। मुकदमे की प्रतिक्रिया में कोर्ट ने बुधवार को कहा कि जैसा कि पहले कम से कम 15 न्यायाधीशों ने पाया, टेलीफोन मेटाडाटा कार्यक्रम वैध है।
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