मुलायम पर फूटा गुस्सा
नई दिल्ली – रेप में फांसी का विरोध करने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पर महिला संगठनों और राजनीतिक दलों का गुस्सा फूट पड़ा। सियासी पार्टियों ने उनसे तुरंत माफी मांगने के लिए कहा। लखनऊ में एक महिला संगठन ने शुक्रवार शाम को मुलायम के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया। कांग्रेसी नेता मीम अफजल ने कहा कि इतने वरिष्ठ नेता के ऐसे बयान शर्मनाक हैं। यूपी में एसपी की सरकार है। ऐसे बयानों से राज्य के युवकों के बीच गलत संदेश जा सकता है। बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि एसपी प्रमुख को माफी मांगनी चाहिए। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि ऐसा लगता है कि उन्होंने (यादव ने) अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। दिल्ली में 16 दिसंबर को सामूहिक बलात्कार की शिकार निर्भया के माता-पिता ने भी बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे नेताओं को सत्ता में नहीं रहने देना चाहिए। मुलायम ने मुरादाबाद में हुई चुनावी रैली में रेप पर कहा था कि लड़कों से गलती हो जाती है। ऐसे में रेप पर सीधा फांसी देना गलत है।
एनसीडब्ल्यू का नोटिस, आयोग ने सीडी मांगी
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मुलायम सिंह यादव को बलात्कार की टिप्पणी पर शुक्रवार को नोटिस जारी किया। आयोग ने भारत के निर्वाचन आयोग को भी एक पत्र लिखकर मामले पर संज्ञान लेने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई करने के लिए कहा है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि मुलायम सिंह को सभी महिलाओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। इधर, निर्वाचन आयोग ने मुरादाबाद प्रशासन से मुलायम की इस चुनावी सभा की सीडी मांगी है।
बैकफुट पर नेताजी
मैंने गलत क्या कह दिया। जो झूठी और गलत रिपोर्ट लिखाए, क्या उसे सजा नहीं मिलनी चाहिए। रेप में कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष लोगों को नहीं फंसाया जाना चाहिए। रही फांसी की बात, तो उस पर पूरी दुनिया में बहस चल रही है। कई जगह फांसी की सजा खत्म भी कर दी गई है। सपा से ज्यादा कोई भी पार्टी महिलाओं की इज्जत नहीं करती। मीडिया के एक वर्ग ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़ पर पेश किया है।
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