सेक्रामेंटो में दो सिखों के कत्ल मामले का हल करने के लिए बनाई फिल्म

सेक्रामेंटो -सेक्रामेंटो के एल्क ग्रोवर क्षेत्र में करीब तीन साल पहले दो सिखों सुरिंदर सिंह और गुरमेज सिंह अटवाल के कत्ल मामले को हल करने के लिए स्थानीय टीवी चैनलों की ओर से एक दस्तावेजी फिल्म बनाई गई है। बीते दिने यहां ईस्ट स्टाकटन बुलेवार्ड में टीवी चैनल की ओर से फिल्म की शूटिंग की गई। फिल्म में चार मार्च, 2011 को 67 वर्षीय सुरिंदर और 75 वर्षीय गुरमेज सिंह हुए कत्ल के बारे बहुत सूक्ष्मता से जानकारी दी जा रही है। शूटिंग बिल्कुल उसी स्थान पर हुई है, जहां इन दोनों को गोलियां मारी गईं थीं।
दस्तावेजी फिल्म इन हत्याओं को सुलझाने के लिए सहायक सिद्ध हो सकती हैं। इस फिल्म में सुरिंदर सिंह और गुरमेज सिंह अटवाल के साथ मिलते-जुलते दो बुजुर्गांे को पात्र बनाया गया है और फिल्म में बिल्कुल उसी तरह के दृश्य लिए गए हैं, जो उस समय हुए थे। फिल्म के निर्माता 26 वर्षीय एजे सिंह हैं और फिल्म में उसी तरह एक पिकअप ट्रक दिखाया गया है जिस तरह का ट्रक इन हत्याओं में प्रयोग किया गया था। फिल्म में मारे गए सिखों के परिवारों के कुछ सदस्यों की इंटरव्यू भी ली गई हैं। यह फिल्म चैनल फॉक्स 40 और चैनल 10 पर करीब एक महीने तक दिखाए जाने की उम्मीद है। एलक ग्रोवर पुलिस ने उम्मीद जताई है कि यह फिल्म कातिलों को ढूंढने में सहायक होगी। सुरिंदर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि गुरमेज सिंह अटवाल ने करीब 6 हफ्ते के अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इन हत्याओं के साथ जहां पंजाबी समुदाय में दहशत पाई गई थी, वहीं अमेरिकी अधिकारी भी सतर्क हो गए थे। इसको नस्ली हमला करार देते हुए अमेरिकी सरकार की ओर से एफबीआई समेत अन्य विभागों की ओर से जांच की जा रही है। यह मामला अभी तक उलझा हुआ है और सिखों के कातिलों तक पहुंचने के लिए अमेरिकी अधिकारी असफल रहे हैं। इन बजुर्गांे को कातिलों की ओर तालिबानी समझाकर कत्ल किए जाने का शक जताया जा रहा है।
सिखों की हत्या के बाद पूरे सिख समुदाय के अलावा दूसरे समुदायों के लोगों ने भी इन हत्याओं के खिलाफ उठाई थी और एकता का सबूत दिया था। कातिलों को पकडऩे के लिए 60 हजार डॉलर का इनाम भी रखा गया था, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी यह मामला हल नहीं हुआ।

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