चुनाव परिणाम से पहले ही बोरिया बिस्तर समेटने लगे माननीय

नई दिल्ली – लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही केंद्रीय मंत्रियों ने बोरिया-बिस्तर बांधना शुरू कर दिया है। निजाम बदलने की आहट के बीच निजी स्टाफ को नया ठौर ठिकाना दिलाने के साथ उनके समायोजन में भी माननीय व्यस्त हैं। चुनाव आचार संहिता के चलते जो काम रोक दिए गए थे अब उन्हें निपटाने की जल्दी मची है। आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के बाद जाते-जाते कई केंद्रीय मंत्री अपनी उपलब्धियां भी गिनाने में जुटे हैं।

सरकार बदलने की आहटों के बीच ज्यादातर केंद्रीय मंत्रियों ने पार्टी संगठन की ओर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव प्रचार की जिम्मेदारियों से फारिक होकर राजधानी दिल्ली पहुंचे छोटे-बड़े मंत्री अपने कार्यालय खाली करने लगे हैं। अपने निजी स्टाफ की नई पोस्टिंग और बचे खुचे काम को पूरा कर लिया है।

कृषि भवन स्थित ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने आंध्र प्रदेश में अपनी चुनाव जिम्मेदारियों से लौटने के दूसरे दिन ही अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अफसरों को अपनी विदाई पार्टी दी। राज्यसभा सदस्य होने के नाते जयराम रमेश को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में चुनाव प्रचार की कमान संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कार्यालय में रखे अपने पसंदीदा संगीत की सीडी का खजाना वापस भेज दिया है।

अभी तक आफिस की शोभा बनी खास वॉल पेंटिग्स को घर रवाना कर दिया गया है। उनके नायब मंत्री प्रदीप जैन झांसी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। 30 अप्रैल को मतदान खत्म होने के अगले दिन ही दिल्ली आ गए। वह कार्यालय पहुंचे और दिन भर बैठे। इस दौरान उन्होंने गैर जरूरी कागजों को नष्ट करने के साथ ही कुछ आवश्यक दस्तावेजों पर दस्तखत किए।

अपने निजी स्टाफ के लोगों से बातचीत कर उनसे उनकी अगली नियुक्ति के बारे में जानकारी मांगी। हालांकि जैन अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं, लेकिन उनका स्टाफ इससे सहमत नहीं है।

कृषि मंत्री शरद पवार तो मंत्रालय से 15 मई की शाम को तौबा कर लेंगे। पवार इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र में अपनी पार्टी को खराब स्थिति से उबारने के लिए उन्होंने जीतोड़ मेहनत की है। पवार मतगणना की पूर्व संध्या पर अपना कार्यालय छोड़ देंगे। पवार उस दिन अपने एक दशक के कृषि मंत्री के रूप में लंबे कार्यकाल का ब्योरा देंगे।

चुनाव में जाने से पहले ही उन्होंने अपने निजी स्टाफ की वैकल्पिक व्यवस्था कर दी थी। कृषि राज्य मंत्री तारिक अनवर अभी आखिरी चरण के चुनाव में बिहार में व्यस्त हैं।

खाद्य मंत्री केवी थामस के दफ्तर में अनपेक्षित दस्तावेजों को नष्ट करने का काम जोरों से चल रहा है। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने पिछले सप्ताह ही दफ्तर में आकर दस्तावेजों की छंटाई पूरी कर ली थी। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्रियों के दफ्तर से पहले ही खास दस्तावेज वापस मंगा लिए गए हैं। ज्यादातर मंत्रियों के दफ्तर से निजी सामान भी हटा लिए गए हैं।

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