मोदी को रोकने के लिए सोनिया गांधी ने पर्दे के पीछे शुरू किया ‘खेल’
नई दिल्ली – एग्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित बीजेपी ने जहां बहुमत सुनिश्चित करने और संसद में भी यूपीए को कमजोर बनाए रखने की कोशिश शुरू कर दी है, वहीं कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने की मुहिम तेज कर दी है।
इस लोकसभा चुनाव में खंडित जनादेश की उम्मीद कर रही कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी की सरकार को रोकने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। पार्टी की ओर से यह काम और किसी ने नहीं, बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संभाला है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी से संपर्क साधना तभी शुरू कर दिया था, जब ममता और मोदी के बीच तीखी जुबानी जंग चल रही थी।
सोनिया की इसी बातचीत का असर था कि कुछ दिनों पहले राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को ‘साफ दिल की शख्सियत’ बताया था। उत्तर प्रदेश में मोदी के जोरदार प्रचार के बाद से ही कांग्रेस ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती से बात शुरू कर दी थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘सब कुछ 16 मई को आने वाले वास्तविक नतीजे पर निर्भर है। चूंकि, कांग्रेस बीजेपी विरोधी सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए हम यूपीए से बाहर के भी उन दलों से बात कर रहे हैं, जो हमारी जैसी सोच रखते हैं।’
हार की तोहमत राहुल गांधी पर नहीं लगने देगी कांग्रेस!
कांग्रेस ने हार की आशंका को देखते हुए आगे की रणनीति तय करनी शुरू कर दी है। पार्टी ने हार की स्थिति में उसके असर से राहुल गांधी को बचाने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस के प्रवक्ता शकील अहमद ने इसी को भांपते हुए बयान दिया है, ‘राहुल गांधी सरकार में नहीं हैं। वे पार्टी में नंबर 2 हैं। सोनिया गांधी पार्टी की अध्यक्ष हैं। लोकल स्तर पर भी नेतृत्व है। इसलिए यह सामूहिक नेतृत्व का मामला है।’
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