फिर छिड़ सकता है गरीबी रेखा विवाद
नई दिल्ली। गरीबी रेखा को लेकर संप्रग सरकार के कार्यकाल में चले विवाद को नई सरकार उठा सकती है। इसका संकेत योजना राज्य मंत्री [स्वतंत्र प्रभार] इंद्रजीत सिंह राव ने दिया है। राव ने मंगलवार को कार्यभार संभालने के बाद संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में कहा कि योजना आयोग ने पिछले साल गरीबी रेखा के संबंध में जो भी निर्णय लिया था। वह पिछली सरकार का था। उस समय योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया थे। वह इस मुद्दे पर ब्योरा लेने के बाद ही अधिक जानकारी देंगे। हाल के वर्षो में शायद यह पहली बार है जब किसी मंत्री को योजना मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार मिला है। अब तक इस मंत्रालय का कैबिनेट मंत्री खुद प्रधानमंत्री होते थे और जो भी मंत्री बनता था, उसे राज्यमंत्री का दर्जा मिलता था। हरियाणा के जाने माने नेता राव को योजना मंत्रालय के साथ-साथ सांख्यिकीय एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय का भी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है।
राव ने कहा कि अभी वह इस विभाग के लिए बिल्कुल नये हैं और अगले कुछ दिनों इसका कामकाज समझेंगे। राव को रक्षा मंत्रालय में राज्यमंत्री भी बनाया गया है। इससे पहले वह संप्रग सरकार में भी रक्षा राज्य मंत्री रह चुके हैं।
मोदी के भाषणों को खंगाल रहे योजना आयोग के अधिकारी
योजना आयोग के अधिकारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उन भाषणों को खंगालने में जुट गये हैं जो उन्होंने बीते दस साल में गुजरात के मुख्यमंत्री के बतौर आयोग की बैठको में दिये हैं। सूत्रों के मुताबिक आयोग के शीर्ष अधिकारी वार्षिक योजना तय करने के लिए योजना आयोग में हर साल हुई बैठकों और राष्ट्रीय विकास परिषद में मोदी के भाषणों को निकालकर पढ़ रहे हैं।
Comments are closed.