हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम : जेटली
श्रीनगर – केंद्रीय रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हमारी सेना संघर्ष विराम के उल्लंघन का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। सभी प्रकार के अत्याधुनिक हथियारों से लैस हमारी सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
शनिवार सुबह राज्य के दो दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंचे रक्षा मंत्री बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी में उत्तरी कमान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय ठिकानों पर शुक्रवार को की गई गोलाबारी के बारे में पूछे जाने पर जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को संघर्ष विराम का पालन करना चाहिए। हम अमन बनाए रखना चाहते हैं और इसके लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं, लेकिन हमारे संयम की भी सीमा है। हमारी सेना सभी अत्याधुनिक और आवश्यक हथियारों से लैस है, वह किसी भी दुस्साहस का जवाब देने में सक्षम है।
राज्य के हालात पर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मैं यहां राज्य के आतंरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेने आया हूं। मैं दो दिन तक जम्मू-कश्मीर में तैनात सैन्य अधिकारियों, अर्धसैनिक बलों और राज्य सरकार व अन्य संबंधित लोगों से सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करूंगा।’ उन्होंने कहा कि राज्य के हालात अब पहले से बेहतर हैं। सेना के जवानों का मनोबल अपने चरम पर है। नियंत्रण रेखा से लेकर राज्य के आंतरिक हिस्सों में सेना अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है।
इससे पूर्व सुबह साढ़े दस बजे नई दिल्ली से श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे रक्षा मंत्री का स्वागत सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल बिक्रमजीत सिंह भी थे। श्रीनगर एयरपोर्ट से वह सेना के हेलीकॉप्टर में बादामी बाग स्थित सेना की 15वीं कोर (चिनार कोर) के मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एचएस हुड्डा, चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के अलावा सेना की 14 व 16 कोर के कमांडरों व सेना की ऑपरेशनल फॉर्मेशन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में उन्होंने चीन के साथ सटी लद्दाख की सीमा से लेकर पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा की मौजूदा स्थिति का जायजा लेते हुए सेना की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने वादी के आंतरिक हिस्सों में जारी सेना के आतंकरोधी अभियानों की भी समीक्षा की। इस दौरान सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें श्री अमरनाथ यात्रा के लिए नागरिक प्रशासन को सेना द्वारा दी जा रही मदद से भी अवगत कराया गया।
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