दिल्ली: पांच मंजिला इमारत ढही, दस की मौत
नई दिल्ली, इंद्रलोक स्थित तुलसी नगर इलाके में शनिवार सुबह पांच मंजिला जर्जर इमारत अचानक भरभराकर ढह गई। मलबे के नीचे दबने से पांच बच्चों और दो महिलाओं समेत दस लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। हादसे का कारण पास में बन रहा मकान है, जिसकी नींव खोदे जाने से जर्जर पांच मंजिला इमारत झुक गई थी। नगर निगम में शिकायत करने व नोटिस मिलने के बावजूद निर्माणाधीन मकान का काम नहीं रोका गया था।
घटना के बाद निगम ने फौरी कार्रवाई करते हुए सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया है। अतिरिक्त आयुक्त की निगरानी में जांच कमेटी का गठन किया गया है, जो सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपेगी। सराय रोहिल्ला पुलिस निर्माणाधीन मकान के मालिक आसिफ व ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार, तुलसी नगर गली नंबर दो स्थित 25 गज में बनी पांच मंजिला इमारत (313/4) पचास वर्ष पुरानी थी। इसे टी आयरन व पत्थर से बनाया गया था। इमारत में लोहे की बिम व लेंटर नहीं थे। खुदाई से नींव कमजोर होने के चलते सुबह करीब 8.55 बजे इमारत ताश के पत्ते की तरह ढह गई और तेज आवाज के साथ आसपास धूल का गुबार फैल गया।
स्थानीय लोगों व बचाव दल ने मलबा हटाकर दबे लोगों को बचाने की कोशिश की। कुछ ही देर में आधा दर्जन से अधिक दमकल की गाड़ियां, कैट्स एंबुलेंस, क्विक रेस्पांस टीम (क्यूआरटी), आपदा प्रबंधन व सिविल डिफेंस के लोग पहुंच गए और जेसीबी मशीन व गैस कटर से मलबा हटाने का काम शुरू हुआ।
सुबह 11.30 बजे तक मलबे से नौ लोगों को बाड़ा ¨हदू राव अस्पताल व आचार्य भिक्षु अस्पताल पहुंचा दिया गया। 2.30 बजे तक तीन अन्य लोग भी बेहोशी की हालत में मलबे से निकाले गए। अस्पताल में राजू व नईम को छोड़कर डॉक्टरों ने अन्य सभी 10 लोगों को मृत घोषित कर दिया। हादसे में आसपास के अन्य चार मकानों को भी नुकसान पहुंचा और आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हुए।
इमारत में मौजूद था परिवार
इमारत के भूतल व पहली मंजिल पर तनवीर व पप्पू का चप्पलों का गोदाम था। दोनों हादसे के दौरान वहां नहीं थे। दूसरी मंजिल पर मानेसर में किसी फैक्ट्री में नौकरी करने वाला मुहम्मद इम्तियाज अपने भाई मुहम्मद एजाज के साथ रहता था। गर्मियों की छुट्टियों में गांव से उनका चचेरा भाई उजाला दिल्ली घूमने आया था। तीनों मूलत: बिहार के दरभंगा जिला निवासी थे। जबकि तीसरी मंजिल पर अब्दुल राशिद उर्फ राजू पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता था और चौथी मंजिल पर नईम अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ रहता था।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि शुरुआती जांच में बहुमंजिला इमारत के साथ लगते प्लाट में हो रहा निर्माण हादसे का कारण है। लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।
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