व्यापमं पर बोले संघ प्रमुख- कानून अपना काम करेगा
भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दो बड़े नेताओं नाम उछलने पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा। हमें इसकी चिंता नहीं है। हालांकि संघ प्रवक्ता राम माधव ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार है और संघ का इससे कुछ लेना-देना नहीं है।
मध्य प्रदेश की सियासत में हड़कंप मचाने वाले व्यापमं (व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व सरसंघचालक दिवंगत केएस सुदर्शन व सरसह कार्यवाह सुरेश सोनी पर भी सिफारिश करने का आरोप लगाया है।
सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के आरोपी अधिकारियों ने पूछताछ में सुदर्शन व सोनी पर सिफारिश करने का आरोप लगाया है। हाई कोर्ट की निगरानी में स्पेशल टास्क फोर्स इस मामले की जांच कर रही है।
वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा के मुताबिक, इस मामले में नए आरोप उजागर होने बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
व्यापमं के पूर्व कंट्रोलर पंकज त्रिवेदी ने एसटीएफ को बताया कि पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने फूड इंस्पेक्टर पद के लिए उम्मीदवार मिहिर कुमार (रोल नंबर 702735) की सिफारिश की थी। उन्होंने बताया था कि मिहिर आरएसएस नेता सुरेश सोनी के करीबी हैं। उन्होंने राज कुमार धाकड़ (रोल नंबर 703897), नरेश चंद सागर (रोल नंबर 707032), सुनील कुमार साहू (रोल नंबर 711230) व अवधेश भार्गव (रोल नंबर 705133) की भी सिफारिश की थी। उनके ओएसडी ओपी शुक्ला ने मुझसे कहा था कि पांचों उम्मीदवार बहुत महत्वपूर्ण हैं।
मिहिर ने एसटीएफ को बताया कि वह केएस सुदर्शन के सहायक के तौर पर काम करता था। बयान के अनुसार उसने फूड इंस्पेक्टर एग्जामिनेशन (2012) के अपने आवेदन फॉर्म की फोटोकॉपी सुदर्शन को दी और उनसे अपनी नौकरी के लिए गुजारिश की। उन्होंने इसके लिए तुरंत पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को फोन किया। लक्ष्मीकांत शर्मा ने नौकरी के लिए भरोसा दिलाया था।
मिहिर के मुताबिक, सुदर्शन ने उससे कहा कि वह एग्जाम में जितना जानता है, उतने सवालों के जवाब दे और बाकी ओएमआर शीट खाली छोड़ दे। उसने हिंदी, इंग्लिश, रीजनिंग, मैथ्स, फिजिक्स व जनरल नॉलेज के करीब 50 फीसदी सवालों के जवाब दिए और बाकी ओएमआर शीट खाली छोड़ दी। 18 अक्टूबर, 2012 को जब रिजल्ट आया, तो मेरिट लिस्ट में मेरा नाम 7वें नंबर पर था। व्यापमं ने यह परीक्षा 7 अक्टूबर, 2012 को कराई थी।
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