दुनिया भर से उठी स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग

People In Ukrine Protest Against Putin And Russia On MH -17
People In Ukrine Protest Against Putin And Russia On MH -17

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, मलेशियाई पीएम नजीब रजाक, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको सहित दुनिया भर से मलेशियाई विमान बोइंग 777 की उड़ान एमएच17 को मिसाइल हमले में मार गिराने की स्वतंत्र व निर्विघ्न अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग उठ रही है। इसी के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक भी बुलाई गई है।

अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग

बराक ओबामा ने इस हादसे की अंतरराष्ट्रीय जांच कर दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करने की मांग की है। नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री मार्क रूट से फोन पर हुई बातचीत में ओबामा ने कहा कि अमेरिका पूर्ण अंतरराष्ट्रीय जांच में तत्काल हर तरह की सहायता के लिए तैयार है। व्हाइट हाउस ने बताया कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने घटनास्थल पर अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं की पहुंच सुनिश्चित कराने के लिए सहमति जताई है। ओबामा ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको और मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक से हुई बातचीत में जोर दिया कि हवाई जहाज का मलवा पूरी और पारदर्शी जांच से पहले घटनास्थल से नहीं हटाया जाना चाहिए। लंदन में ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने सरकार की आपात समिति कोबरा की बैठक भी बुलाई। गौरतलब है कि इस हादसे में नौ ब्रिटिश नागरिकों की भी मौत हुई है।

रूस समर्थित अलगाववादी जिम्मेदार

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अमेरिका मानता है कि मलेशियाई विमान पर यूक्रेन में उस क्षेत्र में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी गयी जो रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे में है और उन्होंने इस वैश्रि्वक विपदा की विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की जिसमें 298 लोगों की जान चली गई।

उन्होंने कहा, ‘ये वही बातें हैं जो हमें अब तक मालूम है। प्रमाण से संकेत मिलता है कि विमान को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से हमला कर गिराया गया। यह उस क्षेत्र से दागी गयी थी जो यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण में है। ओबामा ने कहा, ‘यह अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि जिन्होंने ये मिसाइलें दागीं, उनके इरादे क्या थे।

यह मिसाइल उस क्षेत्र में दागी गई जो अलगाववादियों के नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के संपर्क में है। अपने रूसी समकक्ष ब्लादिमीर पुतिन से बाचतीत करने वाले ओबामा ने यह कहते हुए इस हादसे के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया कि रूस ने यूक्रेन के अलगाववादियों को सतह से हवा में मार करने वाली अत्याधुनिक मिसाइलें उपलब्ध कराईं। उन्होंने कहा, ‘स्थिति पर पुतिन का सबसे अधिक नियंत्रण है। निश्चित ही उन्होंने उसका इस्तेमाल नहीं किया।’

ओबामा ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के लिए भयंकर खतरे का संकेत है और चेतावनी दी कि इस आपदा के परिणाम होंगे। विमान में सवार करीब 300 लोगों की मौत पर दुख प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारी संवेदना इस भयंकर को क्षति झेलने वाले परिवारों के साथ है।’ उन्होंने कहा, ‘यह एक वैश्रि्वक आपदा है अतएव, जो कुछ हुआ, उसकी विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय जांच होनी चाहिए।

जांच में रोड़े अटका सकता है रूस

विमान हादसे की जांच की पहली जिम्मेदारी यूक्रेन की बनती है, लेकिन वहां के हालात सामान्य नहीं हैं। यूक्रेन में सशस्त्र विद्रोह चल रहा है। सिडनी विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रोफेसर बेन सॉल के मुताबिक, ऐसा लग रहा है कि रूस विद्रोहियों को हथियार व प्रशिक्षण दे रहा है और इस दुर्घटना में कई देश के नागरिकों की जान भी गई है। ऐसे हालात में स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच ही सही विकल्प है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के साथ सबसे बड़ी समस्या यही है कि रूस कहीं भी रोड़े अटका सकता है। पहले भी यूक्रेन संकट पर परिषद की बैठक में रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और अमेरिका के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण कोई औपचारिक कार्रवाई नहीं हो सकी थी।

किसने क्या कहा:-

‘अमेरिका का मानना है कि मलेशियाई विमान पर रूस समर्थित चरमपंथियों के कब्जे वाले यूक्रेन के इलाके में जमीन से हवा में मार करने वाले मिसाइल से हमला किया गया। इस वैश्विक घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच होनी चाहिए।’

-बराक ओबामा, अमेरिकी राष्ट्रपति

‘अगर विमान को मार गिराया गया है, तो दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए और इस काम में वक्त बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए। यह दहला देने वाली घटना है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’

-डेविड कैमरन, पीएम, ब्रिटेन

‘अगर यह साफ हो जाता है कि विमान को मिसाइल हमला कर मार गिराया गया है तो दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए।’

-नजीब रजाक, पीएम, मलेशिया

‘रूस ने मलेशियाई विमान पर हमला किया है। हेग की अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को इसकी जांच करनी चाहिए।’

-अर्सेनी यत्सेनयुक, पीएम, यूक्रेन

‘यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है। मलेशियाई विमान के साथ हुआ हादसा अपराध है और रूस की प्रतिक्रिया संतुष्ट नहीं करती।’

-टोनी एबट, प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलिया

‘फिलहाल किसी पर भी प्रतिबंध लगाने का फैसला जल्दबाजी होगा। पहले हमें यह जानना चाहिए कि विमान के साथ वास्तव में हुआ क्या था। हमें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।’

-एंजेला मर्केल, जर्मन चांसलर

‘स्पष्ट संकेत हैं कि रूस समर्थक आतंकियों ने मलेशियाई विमान हमला किया है। समय आ गया है कि व्लादिमीर पुतिन को चेताया जाए कि वह काफी आगे निकल गए हैं और अब हम चुपचाप नहीं बैठ सकते।’

-हिलेरी क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री, अमेरिका

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