ट्रेन में खराब खाने पर मंत्रालय सख्त, नौ कंपनियों पर लगाया जुर्माना

नई दिल्ली। ट्रेन के भीतर परोसे जा रहे खाने को लेकर यात्रियों से लगातार मिल रही शिकायतों पर रेल मंत्रालय सख्त हो गया है। शिकायतों के आधार पर कार्रवाई करते हुए मंत्रालय ने कई कैटरिंग कंपनियों पर जुर्माना लगाया है। इन कंपनियों में प्रमुख कंपनी इंडियन रेलवेज कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आइआरसीटीसी) का नाम भी शामिल है। इसके अलावा नौ और कंपनियों पर भी जुर्माना लगाया गया है।

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि विभिन्न गाड़ियों में खाने की गुणवता को लेकर हमने पिछले महीने एक अभियान चलाया था। जिसके तहत पाया गया कि कुछ ट्रेनों में खाने की क्वालिटी बहुत खराब है। इसलिए हमने उन सभी कैटरर्स कंपनियों पर कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि आइआरसीटीसी के अलावा आरके एसोसिएट्स, सनसाइन कैटरर्स, सत्यम कैटरर्स, बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

अधिकारी ने बताया कि राजधानी समेत 13 गाड़ियों में खाने की क्वालिटी खराब पाई गई थी। 23 जुलाई को कोलकाता राजधानी के खाने में कॉकरोच मिलने की वजह से आइआरसीटीसी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। अभियान के तहत कोलकाता राजधानी के अलावा पश्चिम एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस, मोतीहारी एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, गोल्डेन टेम्पल मेल और चंडीगढ़ शताब्दी में भी खाने में शिकायत पाई गई। अधिकारी ने बताया कि अगर किसी भी कंपनी के खाने में पांच बार गलती पाई जाती है तो उसका लाइसेंस रद कर दिया जाएगा।

बता दें कि इससे पहले अपने बजट भाषण में रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने भी कैटरिंग सर्विस में शिकायतों को दूर करने की बात कही थी। इसी के मद्देनजर राजधानी, दूरंतो और शताब्दी के 6 ट्रेनों में आइटीसी, एमटीआर और हल्दीराम की ओर से पहले से तैयार पैक्ड खाना परोसा जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि अभी इन ट्रेनों में ट्रायल के रूप में ये सुविधाएं दी जा रही हैं और सब कुछ ठीक रहा तो सभी ट्रेनों में पहले से तैयार किए गए पैक्ड खाने दिए जाएंगे।

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