हिंदुओं, मुस्लिमों को अपनी सोच बदलने की जरूरत: काटजू
नई दिल्ली। भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू का कहना है कि अगर ¨हदू और मुस्लिम ‘सही मायने में भारतीय’ बनना चाहते हैं तो उन्हें अपनी सोच को बदलने की जरूरत है।
अपने हालिया ब्लॉग में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, ‘¨हदू तभी वास्तविक भारतीय बन सकेंगे जब वे अनुसूचित जाति को नीचा मानना बंद कर देंगे और गैर एससी और एससी के बीच बड़े पैमाने पर शादियां हों।’ काटजू ने लिखा, ‘मुस्लिम वास्तविक भारतीय तब बनेंगे जब बड़े पैमाने पर तथाकथित ऊंची जाति के मुस्लिमों और निम्न जातियों के बीच विवाह हों और बड़ी संख्या में मुसलमान मुस्लिम पर्सनल लॉ को समाप्त करने की मांग करें जो महिलाओं को कमतर मानता है।’ उन्होंने कहा, ‘..इसलिए इसे अवश्य खत्म कर दिया जाना चाहिए (जैसे पुराने ¨हदू कानून को ¨हदू विवाह कानून 1955 और ¨हदू उत्तराधिकार कानून 1956 द्वारा समाप्त कर दिया गया)।’
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